आरोपित सीए विजय को मिल रहा वीआइपी ट्रीटमेंट!
चीफ खालसा दीवान के पूर्व उपाध्यक्ष इंद्रप्रीत ¨सह चड्ढा आत्महत्या प्रकरण में अब स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम जेल में बंद सभी नौ आरोपितों के आवाज और हस्ताक्षर के नमूने लेकर उन पर जांच कराना चाहती है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : चीफ खालसा दीवान के पूर्व उपाध्यक्ष इंद्रप्रीत ¨सह चड्ढा आत्महत्या प्रकरण में गिरफ्तारी के बाद से ही सभी हाई प्रोफाइल आरोपितों पर आरोप लगने शुरू हो गए थे कि उन्हें पुलिस के थानों में ही नहीं बल्कि जेल और अस्पतालों में वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। इस बाबत कई समाचार भी प्रकाशित हुए थे। शनिवार की दोपहर पेशी के दौरान कचहरी परिसर में आरोपित सीए विजय उमट को उसके परिवार के सदस्य पुलिस कर्मियों के सामने खाने पीने का सामान मुहैया करवा रहे थे। जबकि जेल मेनुअल के मुताबिक यह गलत है। इसके अलावा कचहरी परिसर में ही कैदियों और हवालातियों को परिजनों द्वारा सामान दिए जाने पर पाबंदी लगा रखी है। इस संबंध में एडीसीपी लखबीर सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
इंद्रप्रीत ¨सह चड्ढा आत्महत्या प्रकरण में स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम जेल में बंद सभी नौ आरोपितों के आवाज और हस्ताक्षर के नमूने लेकर उन पर जांच कराना चाहती है। नौ आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी के अधिकारियों ने शनिवार की दोपहर चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट अमित मलहण की अदालत में एक अर्जी दायर की थी। वहीं दूसरी तरफ जब आरोपितों के वकीलों को इस बाबत नोटिस किया तो सभी वकीलों ने एसआईटी की अर्जी का विरोध शुरू कर दिया। फिलहाल अदालत ने इंद्रप्रीत ¨सह आनंद (अस्पताल में उपचाराधीन) को छोड़कर सभी आरोपितों को पेशी के बाद जेल भेज दिया है। इसके साथ ही एसआईटी की अर्जी (प्रोडक्शन वारंट वाली याचिका) पर विचार करने के लिए अगली सुनवाई 19 मार्च तय की है। इसके साथ ही पुलिस के मुताबिक, एसआईटी के हाथ कुछ इस तरह के सुराग लगे हैं, जिस पर उक्त आरोपित स्पष्ट इंकार कर रहे हैं। इनमें सभी आरोपितों के कई दस्तावेज भी एसआईटी के हाथ लगे हैं। इसके अलावा पीड़ित परिवार ने कई आडियो रिकार्डिंग्स भी स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम के सदस्यों को मुहैया करवाई है। अब एसआईटी उन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर और सीडी में आवाज की पहचान करवाने के लिए सभी नौ आरोपितों के नमूने लेना चाहती है।
आत्महत्या कांड में इनकी हुई थी गिरफ्तारी
महानगर के नामी सीए विजय उमट, नामी कारोबारी इंद्रप्रीत ¨सह आनंद, स्पा की संचालिका व कनाडा निवासी कुलजीत कौर घुम्मण, स्कूल की ¨प्रसिपल र¨वदर कौर बमराह, उनका पति वरुणदीप ¨सह बमराह, हरजीत ¨सह चड्ढा (मृतक का भाई), अश्लील वीडियो वायरल करने वाला गुरसेवक ¨सह, कारोबारी द¨वदर ¨सह संधू, सुरजीत ¨सह को एसआईटी ने गिरफ्तार किया था। गुरसेवक ¨सह पहले ही अश्लील वीडियो मामले में जेल में बंद था। जबकि उक्त आठ आरोपितों को पूछताछ के लिए एसआईटी ने चंडीगढ़ बुलाया और वहीं धर लिया था।
यह है मामला
सीकेडी के पूर्व उपाध्यक्ष इंद्रप्रीत ¨सह चड्ढा ने पिता की अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद 4 जनवरी 2018 को एयरपोर्ट रोड पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने जांच के बाद और सुसाइड नोट के आधार पर उक्त नौ आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। घटना से कुछ दिन पहले इंद्रप्रीत ¨सह चड्ढा के पिता चरणजीत ¨सह चड्ढा और महिला ¨प्रसिपल की अश्लील वीडियो वायरल हो गई थी। इसके बाद सिविल लाइन थाने की पुलिस ने चरणजीत ¨सह चड्ढा और उनके बेटे इंद्रप्रीत चड्ढा (मृतक) के खिलाफ केस दर्ज किया था। जबकि दूसरी तरफ इंद्रप्रीत ¨सह परिवार आर्थिक कर्ज के चलते परेशान हो रहा था। जांच में सामने आया था कि अश्लील वीडियों कांड और कर्जदाताओं से परेशान होकर इंद्रप्रीत ने आत्महत्या की थी।