लोकपाल के पास ले जाएंगे डीजल घोटाले का मामला: रूपिंदर
पर्यावरण व सोशल वेल्फेयर सोसायटी ने अमृतसर नगर निगम में हुए डीजल घोटाले का मामला लोकपाल पंजाब के पास लेकर जाने का ऐलान कर दिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पर्यावरण व सोशल वेल्फेयर सोसायटी ने अमृतसर नगर निगम में हुए डीजल घोटाले का मामला लोकपाल पंजाब के पास लेकर जाने का ऐलान कर दिया है। सोसायटी की चेयरपर्सन रूपिदर कौर, एडवोकेट विकास चंद्र और आरटीआइ कार्यकर्ता विशाल जोशी ने कहा कि इस सारे मामले में स्थानीय निकाय विभाग के एक मंत्री, उनके ही एक रिश्तेदार पार्षद और कुछ अधिकारी मुख्य आरोपित हैं। इस संबंधी सारे जरूरी दस्तावेज सोसायटी ने राज्य सूचना आयोग के पास लम्बा समय तक चले केस के दौरान नगर निगम के अधिकारियों से हासिल कर लिए हैं।
सोसायटी के पदाधिकारियों ने बताया कि नगर निगम के डीजल खरीद मामले संबंधी जांच लम्बे समय से विभाग में भी चलती रही है, परंतु उच्च स्तर पर डाले गए राजनीतिक दबाव के कारण मामले को शांत कर दिया गया। यहां तक कि मामले के साथ संबंधित बहुत सारी फाइलें व रिकार्ड भी गायब कर दिया गया। सूचना आयोग को भी नगर निगम के अधिकारी लम्बा समय तक गुमराह करते रहे। यहां तक कि गैर सरकारी व्यक्तियों को केस के मामले में नगर निगम के अधिकारी अपना कर्मचारी बता कर सूचना आयोग के पास पेशी के भेजते रहे। दस्तावेजों के साथ खुलासा करते हुए सोसायटी पदाधिकारियों ने बताया कि इसमें उस एक पेट्रोल पंप से चार पाहिया वाहनों में डीजल डालने के बिल पास करवा दिए गए जिस पेट्रोल पंप को चार पहिया वाहनों में डीजल डालने की कोई विभागीय व सरकारी स्वीकृति भी नहीं थी।
डीजल के टेंडर में भी की गई नियमों की अनदेखी
उन्होंने बताया कि डीजल के टेंडर में भी नियमों को नजरअंदाज किया गया। जिस दिन से डीजल लेने की स्वीकृति हुई थी उस तिथि से पहले ही डीजल कथित तौर पर खरीद कर लिया गया और लाखों रुपये के बिल भी पास कर दिए गए। पेट्रोल पंप की खरीद भी एक प्रभावशाली व्यक्ति की ओर से कथित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर दी गई। यहां तक कि नियमों के खिलाफ जाकर एक पेट्रोल पंप की भी गलत ढंग से खरीद हुई। इस संबंधी मामले को लम्बे समय से दबावाया जा रहा है क्योंकिइस में एक मंत्री भी कथित भागीदारी थी। परंतु अब सभी दस्तावेज सोसायटी के पास हैं, इसलिए सोसायटी की ओर से अगले माह पंजाब के लोकपाल के पास लाखों रुपये के डीजल घोटाले का केस दायर किया जा रहा है।