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जोड़ा फाटक रेल हादसा: 34 मृतकों के आश्रितों को मिला नौकरी का आफर लेटर

जोड़ा फाटक रेल हादसे में मारे गए लोगों के 34 मृतकों के आश्रितों को पंजाब सरकार ने नौकरी दे दी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 07:00 AM (IST)
जोड़ा फाटक रेल हादसा: 34 मृतकों के आश्रितों को मिला नौकरी का आफर लेटर
जोड़ा फाटक रेल हादसा: 34 मृतकों के आश्रितों को मिला नौकरी का आफर लेटर

जासं, अमृतसर: जोड़ा फाटक रेल हादसे में मारे गए लोगों के 34 मृतकों के आश्रितों को पंजाब सरकार ने नौकरी दे दी है। सोमवार को इन लोगों को नौकरी का आफर लेटर दिया गया। इन आश्रितों को डीसी दफ्तर, नगर निगम, शिक्षा विभाग, सेहत विभाग और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में नौकरी दी गई है। डीसी दफ्तर में पहुंचे नौ लोगों के मन में जहां अपनों को खोने का गम था, वहीं नौकरी की खुशी भी थी। इसका श्रेय इन लोगों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को दिया और उनका आभार जताया। हादसे में मरने वालों की संख्या 58 थी, लेकिन नौकरी के लिए 34 आश्रितों के आवेदनों को स्वीकार किया गया है।

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दूसरी तरफ इन लोगों के मन में विधानसभा हलका पूर्वी के विधायक व पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ गुस्सा अभी भी है। परिवार वालों का कहना है कि अगर सिद्धू ने समय रहते उनकी मदद की होती तो उन्हें नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ता। उन्हें दो साल नौ महीने का संघर्ष करने के बाद यह नौकरी मिली है। इन नौकरियों के लिए 37 मृतकों के आश्रितों ने अप्लाई किया था, जिसमें से तीन लोगों की फाइलों का आपसी डिस्प्यूट होने के कारण रिजेक्ट कर दिया गया था और 34 लोगों की फाइलें पास हो गई। अब इन लोगों का मेडिकल होगा और फिर ज्वाइनिग लेटर दिया जाएगा। पीड़ित सदस्य बोले, नौकरी दिलाने में सिद्धू का कोई रोल नहीं

दीपक कुमार का कहना है कि इस हादसे में उनके पिता की मौत हो गई थी। संघर्ष के बाद यह नौकरी मिली है। उनका कहना है कि नौकरियां दिलाने में सिद्धू का कोई रोल नहीं, वह तो सिर्फ सीएम के आभारी हैं। उनकी तो पार्षद तक ने बात नहीं पूछी। इसी तरह अमन का कहना है कि उनके पति की हादसे में मौत हुई थी। परिवार का पालन पोषण करना बेहद मुश्किल हो गया था। उम्मीद थी कि हलका विधायक सिद्धू उनकी सुनेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगर उन्होंने समय रहते ही उनकी सुनवाई कर ली होती तो उन्हें संघर्ष नहीं करना पड़ता। किसे कहां मिली नौकरी

-डीसी दफ्तर में दीपक कुमार और आरती को क्लर्क की नौकरी

-राधा शाहदराथन नरसारा, अमन कौर, जगविदर सिंह, गगनदीप, स्वाति, सिमरनजीत कौर, लवकुश को सेवादार की नौकरी

-सिविल सर्जन दफ्तर में अजय कुमार, निर्मला, कमलजीत सिंह, प्रीति को सेवादार की नौकरी

-संगीता, राम बिलास, शिवदीप, नवजीत सिंह, राहित पांडे, अरुण, विक्की, सुनील कुमार, अशीश कुमार और चेतन को शिक्षा विभाग में सेवादार की नौकरी

-नगर निगम में रवि कुमार, गुरजीत सिंह, अनूप, गुरदीप सिंह, कमलजीत सिंह, दीपक, पवन कुमार, दर्शना, कविता, संदीप और नैनसी को सेवादार की नौकरी

- सीता देवी को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में सेवादार के तौर पर नौकरी एमए-वन ब्रांच में फाइल अटकी, भटक रहा राजेश कुमार

डीसी दफ्तर में नौकरी का आफर लेटर लेने के लिए पहुंचे राजेश कुमार पिछले कई महीनों से ही धक्के खा रहे हैं। रेल हादसे में उनके पिता बलदेव राज गंभीर घायल हो गए। गुरु नानक देव अस्पताल में उनका इलाज चला। वहां से छुट्टी मिली तो घर में इलाज के दौरान उनके पिता की मौत हो गई। प्रशासन ने उनका नाम मृतकों की फाइल में नहीं चढ़ाया है। उसने जीआरपी से जांच भी करवा ली। अब एमए-वन ब्रांच में पिछले तीन महीनों से फाइल लटकी हुई है। उन्होंने अपने बेटे चंदन कुमार के लिए नौकरी के लिए अप्लाई किया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनकी फाइल को भी मंजूर किया जाए। मेयर रिटू ने दिए 10 लोगों को आफर लेटर

मेयर कर्मजीत सिंह रिटू ने इस हादसे में मारे गए लोगों के वारिसों को नगर निगम में 10 उम्मीदवारों को सफाई सेवक की नौकरी का आफर लेटर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह आफर लेटर पीड़ित परिवारों को दिए गए हैं। उनकी सहमति से पुलिस आयुक्त एवं सिविल सर्जन, अमृतसर को उनके पुलिस सत्यापन एवं चिकित्सा प्राथमिकता के लिए पत्र भेजा जाएगा तथा अपेक्षित रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें नगर निगम में नियुक्त किया जाएगा। इस अवसर पर आयुक्त संदीप ऋषि, सचिव राजिदर शर्मा और सचिव दलजीत सिंह उपस्थित थे। दशहरा के दिन हुई थी 58 लोगों की मौत

19 अक्टूबर 2018 को जोड़ा फाटक के नजदीक रेलवे लाइनों के पास पार्षद पुत्र सौरभ मदान मिट्ठू की तरफ से दशहरे का आयोजन किया गया था। दशहरे वाले दिन लोग लाइनों पर खड़े होकर दशहरा देख रहे थे कि जालंधर की तरफ से तेज रफ्तार आई डीएमयू ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था, जिस कारण 58 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 71 लोग घायल हुए थे।


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