22 को अमृतसर में होगी विशाल डेलिगेट कांफ्रेस
आल इंडिया वर्किंग वूमैन फेडरेशन की ओर से 22 सितंबर को करवाई जाएगी कांफ्रेंस।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के सचिव अमरजीत सिंह आसल ने कहा कि संगठन के साथ संबंधित ऑल इंडिया वर्किंग वूमेन फेडरेशन की ओर से घरेलू कामकाजी महिलाओं के अधिकारों के खुलेआम हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज राष्ट्रीय स्तर पर बुलंद करने का फैसला लिया है। इस शोषण के लिए मौजूदा सरकारों की मेहनतकश विरोधी नीतियां पूरी तरह जिम्मेदार है। यह शोषण पंजाब में ही नहीं बल्कि देश भर में प्रत्येक राज्य में हो रहा है। इसके लिए संगठन ने इन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करने का फैसला लिया है। जिस के तहत 22 व 23 सितंबर को अमृतसर में एक विशाल कांफ्रेस आयोजित की जा रही है। देश भर में इस कांफ्रेस में बढी संख्या में महिला डेलिगेट्स हिस्सा ले रही है। इस कांफ्रेस को सफल बनाने के लिए संगठन ने सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली है।
आसल ने कहा कि आज घरेलू मजदूरी एक इंडस्ट्री का रूप धारण कर चुकी है। बावजूद इसके इन महिलाओं के उपर श्रम कानून को लागू नहीं किया जा रहा है। इन को नियमों के अनुसार वेतन व दिहाड़ी नहीं दी जा रही है। इन घरेलू महिलाओ का कथित तौर पर कई ढंगों से आर्थिक , समाजिक व शरीरिक शोषण तक होता है। हक के लिए आवाज उठाने व शोषण के खिलाफ बोलने वाली वर्करों को काम से हटा दिया जाता है। जो पूरी तरह मानवीय अधिकारों को उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि गांवों में कृषि मजदूरी खत्म होने के कारण यह महिलाएं बड़ी संख्या में कस्बों व शहरों की तरफ पलायन कर गई है। दुख की बात यह है कि इन महिलाओं को उनके श्रमिक अधिकार नहीं मिल रहे है। सरकार ने इस महिलाओं के कल्याण के लिए बोर्ड बना दिया है। इन की पंजीकरण भी शुरू हो गया है। परंतु नियमों के अनुसर इनको मेहनताना नही मिलता। अशिक्षित होने के कारण यह महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठा पाती। अगर आज यह महिलाएं एक जुट होकर मैदान में न आई तो इनके अधिकारों को शोषण थमेगा नहीं। अमृतसर में आयोजित की जाने वाली वाली कांफ्रेस के दौरान एक देश व्यापी टीम चुनी जाएगी। जो घरेलू कामकाजी महिलाओं की मांगों को लेकर देश व्यापी आंदोलन को संगठित करेगी। इस को लेकर वर्करों की एक बैठक करके सारी स्थित का रिव्यू किया गया है।