Move to Jagran APP

पाक ओकाफ बोर्ड चाहता है कि एसजीपीसी लागू करे मूल नानक शाही —2003 कलेंडर: जीके

अमृतसर : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत ¨सह जीके ने कहा कि पाक ओकाफ बोर्ड चाहता है कि दिल्ली कमेटी और एसजीपीसी भारत में मूल नानक शाही कैलेंडर 2003 को लागू करे। परंतु यह संभव नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 08:54 PM (IST)
पाक ओकाफ बोर्ड चाहता है कि एसजीपीसी लागू करे मूल नानक शाही —2003 कलेंडर: जीके
पाक ओकाफ बोर्ड चाहता है कि एसजीपीसी लागू करे मूल नानक शाही —2003 कलेंडर: जीके

जागरण संवाददाता, अमृतसर

loksabha election banner

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत ¨सह जीके ने कहा कि पाक ओकाफ बोर्ड चाहता है कि दिल्ली कमेटी और एसजीपीसी भारत में मूल नानक शाही कैलेंडर 2003 को लागू करे। परंतु यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पाक ओकाफ बोर्ड के अधिकारियों ने उनको पाक दौरे के दौरान यह भी कहा था कि सिख अकाल तख्त साहिब पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के साथ संबंधित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में स्थापित करें। इस के लिए पाक सरकार सहयोग देगी। सिख अपने सारे धार्मिक फैसले करतारपुर साहिब में स्थापित तख्त से करें। जीके ने बताया कि उन्होंने पाक अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया था कि अगर अकाल तख्त साहिब पाकिस्तान में ही स्थापित किया जाना होता तो गुरु साहिब इसे पहले ही वहां स्थापित कर देते। उन्होंने कहा कि श्री गुरु हरिगो¨बद साहिब ने जो अकाल तख्त मीरी व पीरी के प्रतीक के रूप में अमृतसर में स्थापित किया है वह कही और नहीं स्थापित किया जा सकता।

जीके ने कहा कि अगर परमजीत ¨सह सरना की ओर से गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को समर्पित नगर कीर्तन में उनको बुलाया जाता है तो वह जरूर शामिल होंगे और एसजीपीसी और दिल्ली कमेटी की ओर से सरना द्वारा आयोजित नगर कीर्तन में पूरा सहयोग भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक पंजाब सरकार की ओर से गुरु पर्व के संबंध में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों संबंधी शामिल होने के लिए कोई पत्र नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से इस संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं तो हम उसका स्वागत करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.