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कोरोना से व्यक्ति की हुई मौत, फंस गए 5.20 लाख के बनाए अष्टाम

जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए सरकार की तरफ से बनाए गए अप्वाइंटमेंट सिस्टम पर अब सवाल उठने लगे हैं। इससे लोग परेशान है और इस सिस्टम को खत्म करने की मांग भी उठने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 12:00 PM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 12:00 PM (IST)
कोरोना से व्यक्ति की हुई मौत, फंस गए 5.20 लाख के बनाए अष्टाम
कोरोना से व्यक्ति की हुई मौत, फंस गए 5.20 लाख के बनाए अष्टाम

जासं, अमृतसर: जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए सरकार की तरफ से बनाए गए अप्वाइंटमेंट सिस्टम पर अब सवाल उठने लगे हैं। इससे लोग परेशान है और इस सिस्टम को खत्म करने की मांग भी उठने लगी है। ग्रीन एवेन्यू के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी 125 गज की जमीन बेचनी थी, जिसकी 70 लाख रुपये में रजिस्ट्री होनी थी। इससे संबंधित उन्होंने 28 अप्रैल को तीन मई की अप्वाइंटमेंट लेनी चाही, लेकिन उसे चार मई की अप्वाइंटमेंट मिल गई। उसने 2.80 लाख रुपये के अष्टाम भी तैयार करवा लिए। इससे अलग एक जगह उसने खरीदनी थी, उसके भी 2.40 लाख रुपये के अष्टाम उसने बनवा लिए। 30 अप्रैल को उनकी तबीयत खराब हो गई। अस्पताल में टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। वहां पर चार मई को उनकी कोरोना के कारण मौत हो गई और अब यह अष्टाम उसके फंसकर गए हैं। परिवार भी परेशानी में है कि अब उसे कई कानूनी प्रक्रिया के बाद इसका रिफंड मिलेगा, वह भी 10 प्रतिशत काटकर। परिवार की मांग तो यही है कि इस सिस्टम को खत्म किया जाना चाहिए, जिससे लोग परेशान न हों।

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एडवोकेट व वसीका नवीस महिद्र गुप्ता ने बताया कि उनकी एक पार्टी ने 125 गज जगह बेचनी थी। यह जगह ग्रीन एवेन्यू में है, जिसका सौदा 70 लाख में हुआ। ईस्ट मोहन नगर की महिला उसे खरीदने वाली थी, जिसके आधे पैसे दे दिए गए। मंगलवार को अचानक उस व्यक्ति की मौत हो गई और लाखों के अष्टाम फंस गए हैं। इससे तीन लोग प्रभावित हुए, जिसमें एक जमीन बेचने वाला, खरीदने वाला और तीसरा वह जिससे उसने जमीन खरीदनी थी। अप्वाइंटमेंट सिस्टम से इन लोगों को अब काफी परेशान होना पड़ेगा। क्योंकि अष्टाम का रिफंड करवाने की प्रक्रिया काफी लंबी है। उन्हें 10 प्रतिशत काटकर रिफंड मिलेगा, जिसमें उन्हें 52 हजार रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सिस्टम बंद कर पुराना सिस्टम शुरू करना चाहिए। ऐसे केसों में सरकार को 100 प्रतिशत रिफंड भी देना चाहिए।


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