कार में अर्द्ध नग्न हालत में मिला प्रेमी जोड़े का शव
अमृतसर सुल्तान¨वड रोड के चुंगी वाला बाजार स्थित एक बंद पड़े घर के अंदर शनिवार की रात प्रेमी जोड़े का अर्द्ध नग्न हाल में शव मिला है।
जागरण संवाददाता. अमृतसर
सुल्तान¨वड रोड के चुंगी वाला बाजार स्थित एक बंद पड़े घर के अंदर शनिवार की रात प्रेमी जोड़े का अर्द्ध नग्न हाल में शव मिला है। जोड़ा कार की पिछली खिड़कियां खोलकर बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन गैस की मात्रा अधिक शरीर में चले जाने के कारण उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शव कार की खिड़कियों में लटके पड़े थे। घटना के बारे में पता चलते ही पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव, डीसीपी जगमोहन ¨सह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए।
जानकारी के मुताबिक, इस्ट मोहन नगर निवासी बलजीत ¨सह का घर से कुछ दूर रहने वाली युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। बलजीत ¨सह आइलेट्स की पढ़ाई कर रहा था और युवती बीकाम पहले साल में थी। दोनों में प्रेम प्रसंग बढ़ने लगे तो उन्होंने अलग-अलग जगह पर मिलना शुरू कर दिया। शनिवार की सुबह बलजीत ¨सह अपनी सेंटरो कार लेकर चुंगी वाला बाजार पहुंच गया था। इलाके के लोगों ने बताया कि बलजीत ¨सह के पिता का चूंगी वाला बाजार में एक बड़ा मकान है। मकान की पहली मंजिल पर किरायेदार रहते हैं। ग्राउंड फ्लोर पर हरगुण टेलीकाम शाप के नाम पर मोबाइल रिपेयर का काम किया जाता था। लेकिन कामकाज नहीं चलने के कारण दुकान बंद कर दी गई थी। शनिवार को बलजीत ¨सह अपनी प्रेमिका को कार में बैठाकर हरगुण टेलीकाम शाप की साइड से लोहे का शटर खोलकर कार सहित अंदर चला गया। बलजीत ने परिवार और समाज से छुपने के लिए शटर को अंदर से ताला लगा दिया। रात तक जब बलजीत ¨सह का परिवार को पता नहीं चला तो परिवार के सदस्यों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। उसका कहीं पता नहीं चला तो पिता अपने पुराने मकान में पहुंचे। शटर को बाहर ताला नहीं लगा होने के कारण उन्हें संदेह हुआ। किसी तरह शटर खुलवाया गया और कार के अंदर दोनों के शव पड़े हुए थे। मौके पर मौजूद लोगों बताया कि दोनों अर्द्ध नग्न हालत में थे और गैस चढ़ने के कारण कार से निकलने का प्रयास कर रहे थे। कार के दोनों तरफ स्पेस कम होने के कारण दोनों खिड़कियों के जरिए बाहर आ रहे थे। इस बीच उनकी मौत हो गई।
परिवार को विदेश ले जाना चाहता था बलजीत
कार में गैस चढ़ जाने से मरने वाला बलजीत अपनी पढ़ाई पूरी कर चुका था और वह अब विदेश जाने के लिए आइलेट्स कर रहा था। मौके पर मौजूद रिश्तेदारों ने बताया कि बलजीत ¨सह विदेश में सेटेल होकर परिवार के सदस्यों को भी वहां ले जाना चाहता था। उन्होंने बताया कि बलजीत अपने परिवार में इकलौता बेटा था। लेकिन घटना के बाद माता-पिता की आंखों में हकीकत की बजाए अब सपने ही दिख रहे थे। क्योंकि सपनों को हकीकत में बदलने वाला उन्हें छोड़कर जा चुका था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बलजीत ¨सह अकसर अपने पुराने घर आया करता था। अकसर कहता था कि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सारे परिवार को विदेश ले जाएगा।