डीसी दफ्तर के कर्मचारियों ने शुरू की दो दिवसीय हड़ताल, कामकाज प्रभावित
डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर फिर से हड़ताल के चलते काम रुका।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर फिर से हड़ताल शुरू कर दी है। बुधवार को यूनियन ने दो दिन की हड़ताल शुरू करते हुए कामकाज ठप्प रखा। यूनियन की शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल के कारण डीसी दफ्तर, एसडीएम, तहसील वन और तहसील टू, मजीठा, अजनाला, बाबा बकाला साहिब के समूह मुलाजिमों ने कोई काम नहीं किया। जिस कारण रिहायश सर्टिफिकेट, जाति सर्टिफिकेट, मैरेज सर्टिफिकेट, कोर्ट वर्क नहीं हुआ। लोगों को बिना काम करवाए ही बैरंग लौटना पड़ा।
इतना ही नहीं तहसील वन और तहसील टू में कोई भी रजिस्ट्री नहीं हुई। दोनों तहसीलें पूरी तरह से खाली रही। तहसीलों में कोई भी रजिस्ट्री न होने के कारण सरकार को करोड़ो रुपये का नुक्सान हुआ है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि पंजाब सरकार ने अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो उनकी हड़ताल को और आगे बढ़ाने में मजबूर हो जाएंगे। यूनियन के प्रधान अश्नील कुमार शर्मा और जनरल सेक्रेटरी दीपक अरोड़ा ने कहा कि हड़ताल के कारण आम लोगों को आ रही परेशानी की जिम्मेवार पंजाब सरकार है। पंजाब सरकार मुलाजिमों की जायज मांगों को अगर मान लेती है तो हड़ताल को वह वापिस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर यूनियन की प्रांतीय बाडी की बैठक गत आठ सितंबर को उच्च स्तरीय मीटिग हुई थी। इस मीटिग में प्रमुख सचिव आइएस सुरेश कुमार, वित्त आयुक्त आइएएस रवनीत कौर और सात आइएएस अधिकारी भी शामिल थे। मीटिग में मांगों को लेकर सहमति भी बनी थी, लेकिन सरकार ने उसका कोई ठोस जवाब नहीं दिया, जिस कारण उन्होंने दो दिन की हड़ताल करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार उनकी सीनियर सहायक, स्टेनोग्राफर, निजी सहायक, सुपरिटेंडेंट-2, सुपरिटेंडेंट ग्रेड-1, पुरानी पेंशन, छठे पे कमीशन आदि की मांगे पूरी नहीं कर रही है।