आइसीपी पर हड़ताल से खराब हो रही है छवि : मेहरा
जागरण संवाददाता, अमृतसर इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी (आईसीपी) पर कुलियों की हड़ताल मंग
जागरण संवाददाता, अमृतसर
इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी (आईसीपी) पर कुलियों की हड़ताल मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी रही। इस दौरान पाकिस्तान से आए सामान के कुछ ट्रकों को तो खाली किया गया मगर आइसीपी अटारी से बाहर जाने वाले किसी भी ट्रक को आज कुलियों ने लोड नहीं किया।
कुलियों की हड़ताल में सेंट्रल वेयरहाउस कारपोरेशन (सीडब्ल्यूसी) की भूमिका निष्क्रिय साबित हुई है और इसमें सीडब्ल्यूसी पूरी तरह से फेल रहा है। यह बात दैनिक जागरण के साथ बातचीत के दौरान फेडरेशन आफ करियाना एंड ड्राई फ्रूट कमर्शियल एसोसिएशन के प्रधान अनिल मेहरा ने कही।
अनिल मेहरा ने कहा कि जब आइसीपी की जिम्मेवारी इंडियन कस्टम के पास थी, तब कभी भी इस तरह के हालात नहीं बने। लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से करोड़ों रुपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय पोर्ट बनाए जाने के बाद यहां मजदूरों की हड़ताल कई बार हो चुकी है। क्योंकि पहले यह पोर्ट कस्टम के तहत था जबकि अब इसे लैंडपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की जिम्मेवारी में दिया गया है। जिसने इसे चलाने के लिए सी डब्ल्यू सी को सौप दिया है।
उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने कुछ दिन पहले ट्रेड नोटिस जारी करके हाईड्रोलिक मशीन से दूसरे ट्रक में सामान अपलोड होने के लिए मजदूरी नहीं देने की बात कही थी। कारोबारियों ने इसे कबूल किया मगर कुलियों ने हड़ताल का रास्ता अपनाया। अब यह हड़ताल खत्म करना सी डब्ल्यू सी की जिम्मेदारी है। जिसमें यह एजेंसी पूरी तरह से असफल रही है। वहीं इसमें उन्होंने दावा किया कि इस तरह अंतरराष्ट्रीय पोर्ट पर कुलियों की बार-बार होने वाली हड़ताल से ¨हदुस्तान की छवि खराब होती है। इस संबंधी आइसीपी अटारी पर सीडब्ल्यूसी के मैनेजर नवीन कुमार से उनके मोबाइल फोन नंबर पर संपर्क करने के प्रयास किए मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया।