ग्राहकों के विश्वास से बढ़ा आत्मविश्वास तो फिर से ट्रैक पर लौटा कारोबार
कोरोना ने कारोबार और अर्थव्यवस्था को घुटनों बल लाकर खड़ा कर दिया था।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: कोरोना ने कारोबार और अर्थव्यवस्था को घुटनों बल लाकर खड़ा कर दिया था। छोटे कारोबारियों के लिए फिर से खुद को खड़ा कर पाना एक चुनौती बन गया था। दुकानों, शोरूम आदि पर काम करने वाले कर्मचारियों को अपने रोजगार को लेकर चिता सताने लगी थी। तीन महीने तक घर पर बैठे-बैठे लोगों के अपने खर्च चलाने तक मुश्किल हो गए। मगर ऐसे हालात में ठीक उलट जाकर न केवल काम करना, बल्कि कारोबार को पटरी पर लाने को ही जिदगी कहते हैं। ऐसा ही सोच कर योजनाएं बनाई और ग्राहको को फिर से अपनी तरफ आर्कषित किया रामबाग स्थित बिल्ले की हट्टी के मालिक सतीश कुमार महाजन ने। वह हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं।
महाजन बताते हैं कि तीन महीने तक घर पर रहे। उनके पास काम करने वाले कर्मचारी भी उन्हीं से उम्मीद लगाकर बैठे थे। ऐसे में फर्ज बनता था कि अपने कर्मचारियों की पूरी मदद करें। दूसरी तरफ काम पूरी तरह से बंद था। तीन महीने के बाद दुकानें खुलीं। मगर ग्राहक नहीं आ रहे थे, क्योंकि हर कोई कोरोना के कारण डरा हुआ था। वह कई सालों से यहां पर दुकान कर रहे हैं। ऐसे में उनके पक्के ग्राहक भी लगे हुए हैं। इसी को सहारा बनाया और अपने ग्राहकों के साथ संपंर्क साधना शुरू किया। उन्हें बताया कि कर्मचारी घर पर ही आकर उनकी हार्डवेयर संबंधी सारी समस्या हल कर देंगे। साथ ही विभिन्न प्रोडक्ट की पूरी जानकारी वाट्सएप नंबर शेयर करनी शुरू की। उन्होंने अपने ग्राहको को बताया कि उनका स्टाफ पूरी तरह से सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए घर पर भी सामान डिलीवरी कर रहा है। ऐसे में उनके पुराने ग्राहकों ने फिर से अपना प्यार और विश्वास दिखाया, जिससे धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आनी शुरू हुई।
महाजन ने बताया कि ग्राहकों ने उन पर अपना पूरा विश्वास और प्यार दिखाया। ग्राहकों ने अपने सुझाव भी देने शुरू किए। ग्राहको के साथ परिवार वाला रिश्ता बना हुआ है। आनलाइन ग्राहकों को प्रोडेक्ट पसंद करवाते और बाद में सुरक्षित डिलीवरी भी करते थे। इसके साथ ही किसी भी ग्राहक की कोई शिकायत आने पर तुरंत निपटारा करवाया जाता था। इससे ग्राहकों का विश्वास और भी मजबूत हुआ और कारोबार को फिर से पटरी पर लेकर आए। ग्राहकों के दिखाए विश्वास से उनका आत्मविश्वास पहले से भी बढ़ गया है।