लोगों को समझना होगा, कर्फ्यू चला गया है मगर कोरोना अब भी है: डीसी
डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि कर्फ्यू खत्म हो गया लेकिन कोरोना वायरस अब भी हमारे बीच ही मौजूद है। इस वायरस को देखा नहीं जा सकता और न ही महसूस किया जा सकता है।
रविदर शर्मा, अमृतसर
डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि कर्फ्यू खत्म हो गया, लेकिन कोरोना वायरस अब भी हमारे बीच ही मौजूद है। इस वायरस को देखा नहीं जा सकता और न ही महसूस किया जा सकता है। पता तभी चलता है, जब यह शिकार बना लेता है। इससे बचने के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का ध्यान रखना होगा। रविवार को किसी ने गैर जिम्मेदाराना हरकत कर डीसी और कैबिनेट मंत्री की बैठक में दुकानें खोले जाने का समय शाम चार बजे तक होने की अफवाह उड़ाई। यह बिल्कुल गलत है। लोगों को पहले से तय नियमों के मुताबिक ही शाम छह बजे तक दुकानें खोलनी चाहिएं। गलत अफवाह फैलाने वाले पर एफआइआर दर्ज की जाएगी। यह बात डीसी ढिल्लों ने सोमवार को दैनिक जागरण पंजाब के फेसबुक पर लाइव होकर लोगों के सवालों के जवाब देते हुए कही।
हरसिमरनजीत सिंह: फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट के बाद पैकिग के लिए शहर में बहुत भीड़ बढ़ गई है।
डीसी: हम सभ्य सोसायटी में रहते हैं तो कोरोना से बचने के लिए निर्धारित नियमों का पालन जरूरी है। पुलिस को डंडे का प्रयोग करने को मजबूर नहीं करें। सैलून और और रेस्टोरेंट खोलना हम सभी की जिम्मेदारी ही तय करेगी।
प्रिया देवगन: घर लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाई, लेकिन अब तक उन्हें कोई कॉल नहीं आई।
डीसी: डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। अलग-अलग स्टेशन के चलाई जाने वाली ट्रेन के लिए संबंधित लोगों को स्क्रीनिग और टिकट के लिए कॉल किया जाता है। एसएमएस भी भेजा जाता है। आपको भी एसएमएस आएगा। ट्रेनों की क्षमता भी बढ़ाई गई है।
मानिक बजाज: वॉल्ड सिटी में लोगों पर सख्ती किए जाने की जरूरत है।
डीसी: अच्छा लगता है जब लोग अपनी जिम्मेवारी समझते हुए ऐसी बात करते हैं। बिना मास्क और शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाने वालों पर सख्त कर्रवाई की चेतावनी दी जा रही है।
एडवोकेट निर्मल औलख: गुरु नानकपुरा और हकीमां गेट सहित शहर के कई हिस्सों में डीपो होल्डर गेहूं नहीं बांट रहे।
डीसी: जरूरतमंदों तक गेहूं पहुंचे, इसके लिए हिदायतें की हैं। वह इस संबंधी जिला खाद्य कंट्रोलर से रिपोर्ट मंगवाएंगे।
पुनीत तनेजा: अपनी गाड़ी में दूसरे राज्यों में कैसे जाया जा सकता है।
डीसी: सुबह सात से शाम सात बजे तक पंजाब में कहीं भी जाने के लिए कर्फ्यू पास की जरूरत नहीं। अपनी गाड़ी में दूसरे राज्यों में जाने के लिए कर्फ्यू पास की जरूरत है।
अमन देवगन: देहात इलाकों में लोग मास्क नहीं पहनते और शारीरिक दूरी का भी ध्यान नहीं रखते।
डीसी: पिछले समय के दौरान जिला में सरकारी एजेंसियों ने छह लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की। इस दौरान एक अच्छी बात सामने आई कि देहात इलाका में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिला।
किरण खन्ना: बिना बच्चों के 33 फीसद स्टाफ के साथ स्कूल खोलने का क्या फायदा?
डीसी: 33 फीसद स्टाफ के साथ ऑफिस काम की ही इजाजत है ताकि स्टाफ संस्थान का निलंबित काम कर सकें। बच्चों को स्कूल बुलाने की इजाजत नहीं है। इन लोगों ने भी पूछे डीसी से सवाल
फेसबुक लाइव कार्यक्रम में हनी सिंह, प्रितम, दविदर गिल, अमृतपाल सिंह, पंकज, राकेश, सुनिल ने भी कर्फ्यू, दुकानें खोले जाने और मंगलवार को शहीदी गुरुपर्व पर गुरुद्वारों में जाने संबंधी सवाल पूछे। इस पर डीसी ने कहा कि अब समय है कि हम घर में ही बैठ कर वाहेगुरु का सिमरन करें। हम कोविड-19 के तहत अपनी जिम्मेवारियां इमानदारी से निभाएंगे, तो जल्द ही लोग पहले की तरह गुरुद्वारा या मंदिर में जाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त कर सकेंगे।