'कोख में बच्चों के कातिलों' को थाने में वीआइपी ट्रीटमेंट
निज्जर स्कैन सेंटर के डॉ. कंवर जतिदरपाल सिंह सहित तीन लोगों का बुधवार को पुलिस ने रिमांड लेना मुनासिफ नहीं समझा।
जागरण संवाददाता. अजनाला, अमृतसर : लिग निर्धारण टेस्ट करने के आरोप में पकड़े गए अजनाला स्थित निज्जर स्कैन सेंटर के डॉ. कंवर जतिदरपाल सिंह सहित तीन लोगों का बुधवार को पुलिस ने रिमांड लेना मुनासिफ नहीं समझा। हालांकि सारे मामले की गहनता से जांच करने के लिए रिमांड लिया जाना जरूरी था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं थाने में उन्हें वीआइपी ट्रीटमेंट भी दिया गया। बुधवार शाम अजनाला पुलिस ने गुपचुप तरीके से आरोपित डॉ. कंवर जतिदरपाल सिंह, निज्जर स्कैन सेंटर के मालिक जंग बहादुर सिंह और दलाल गुरप्रीत सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भी पुलिस ने अदालत से आरोपितों का पुलिस रिमांड नहीं मांगा। अदालत ने केस पर गौर करते हुए तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोप है कि तीनों स्कैन सेंटर में न सिर्फ लिंग निर्धारण टेस्ट करते थे बल्कि वहां भ्रूण हत्या भी की जा रही थी।
आरोप है कि डॉ. कंवर जतिदरपाल सिंह, स्कैन सेंटर के मालिक जंग बहादुर सिंह और दलाल की पहुंच के चलते उन्हें मंगलवार की रात से बुधवार की शाम तक अजनाला थाने के हवालात में बंद नहीं किया गया। उन्हें थाने के ही एक कमरे में बैठाया गया था, जबकि दो अन्य आरोपितों को हवालात में बंद कर रखा था। बताया जा रहा है कि आरोपितों को रात के समय होटल से खाना मंगवाकर खिलाया गया। इसके साथ बुधवार की सुबह और दोपहर को उसी कमरे में चाय, पकौड़े खाने को दिए गए। इसकी भनक लगने पर जब मीडिया कर्मी थाने में पहुंचे तो वहां तैनात पुलिस कर्मी और आरोपित फोटो खींचने पहुंचे मीडिया कर्मियों पर भड़क गए।
एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
एसएसपी देहाती विक्रमजीत दुग्गल को जब पता चला कि आरोपितों की थाने में पुलिस कर्मियों की तरफ से मेहमाननवाजी की जा रही है तो उन्होंने डीएसपी अजनाला को सारे मामले की जांच के आदेश दिए। एसएसपी ने बताया कि जांच में आरोपित पाए जाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले में आरोपित दलाल निरवैर सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है।
यह है मामला
सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि अजनाला के निज्जर स्कैन सेंटर में लिग निर्धारण जांच करवाई जाती है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने स्पीड नेटवर्क चंडीगढ़ की सरकारी एजेंसी को सारे मामले में जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी। अधिकारियों की टीम ने अजनाला के निज्जर स्कैन सेंटर पर जाल बिछा दिया। एक गर्भवती महिला को अपना सूत्र बनाकर निज्जर स्कैन सेंटर में चल रहे गैरकानूनी काम का भंडाफोड़ करने की योजना बना ली गई। यह महिला निरवैर सिंह नाम के एक दलाल के संपर्क में आ गई। जो अजनाला में ही बाबा दीप सिंह नाम का अस्पताल चलाता है। मंगलवार को आरोपित निरवैर सिंह महिला को लेकर निज्जर स्कैन सेंटर चला गया। महिला से 33 हजार रुपये टेस्ट के नाम पर लिए गए। महिला टेस्ट करवाने के बाद अल्ट्रा साउंड सेंटर से बाहर निकल गई और बाहर छिप कर बैठी टीम को इशारा कर गई। टीम ने तुरंत छापामारी की और महिला द्वारा दिए गए पैसे और टेस्ट बरामद कर लिए गए।
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