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अधूरे प्रबंध: जगह-जगह कूड़े के ढेर बनेंगे गारबेज फ्री थ्री स्टार रैंकिग में बाधा

स्वछता सर्वेक्षण-2021 में गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) थ्री स्टार रैंकिग के लिए नगर निगम ने आवेदन भेजा दिया है। अधूरे प्रबंधों के बीच निगम ने आवेदन तो कर दिया है पर इसके लिए अभी खासी मशक्कत करनी होगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Feb 2021 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 16 Feb 2021 06:00 AM (IST)
अधूरे प्रबंध: जगह-जगह कूड़े के ढेर बनेंगे गारबेज फ्री थ्री स्टार रैंकिग में बाधा
अधूरे प्रबंध: जगह-जगह कूड़े के ढेर बनेंगे गारबेज फ्री थ्री स्टार रैंकिग में बाधा

विपिन कुमार राणा, अमृतसर

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स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) थ्री स्टार रैंकिग के लिए नगर निगम ने आवेदन भेजा दिया है। आवेदन भेजने का सोमवार को आखिरी दिन था। आधे-अधूरे प्रबंधों के बीच निगम ने आवेदन तो कर दिया है, पर इसके लिए अभी खासी मशक्कत करनी होगी। रैंकिग के लिए अहम कूड़े की बायोरेमीडेशन और बायो कंपोस्ट बनाने वाले सेगमेंट में तो काम शुरू हो गया है, पर शहर में लगने वाले कूड़े के ढेर सबसे बड़ी समस्या बने हुए हैं। खासकर वाल्ड सिटी की गलियों के बाहर जमा कचरा बहुत बड़ी बाधा हैं।

बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में अमृतसर 39वें पायदान पर था। साल 2019 के स्वच्छता सर्वे में शहर 184वें रैंक और साल 2018 में 208वें रैंक पर था। सुधार की इस कवायद के बीच इस बार 31 दिसंबर 2019 को निगम सदन की बैठक में जीएफसी थ्री स्टार रैंकिग का प्रस्ताव प्रयास किया गया था। अब इसके लिए आवेदन करने कर दिया गया है। अब स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आवेदन के साथ भेजे गए मासिक डाटा की हकीकत की जांच करेगी। रैंकिग में सबसे बड़ी रुकावट गीला सूखा कूड़ा अलग-अलग करने को लेकर है। शहर के 85 वार्डो में से फिलहाल 78 के करीब वार्डो से गीला-सूखा कूड़ा अलग अलग उठाने का आधा अधूरा काम ही हो सका है। पश्चिमी, केंद्रीय व उत्तरी विधानसभा हलके के 20 के करीब वार्डो में ही गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग लेने का काम चल रहा है। निगम की ओर से ये भेजे गए दस्तावेज

जीएफसी में शहर की एलिजिबिल्टी थ्री स्टार के लिए मानी जा रही है। इस आवेदन के साथ निगम की ओर से दस्तावेज भी भेजे गए है, जिसमें डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, लारेंस रोड, रंजीत एवेन्यू, आइडीएच मार्केट, गोल्डन टेंपल एरिया, हाल बाजार, कटड़ा जैमल सिंह सहित 16 कामर्शियल एरिया और 85 वार्डो में रेजिडेंशियल इलाकों में रोजाना स्वीपिग होने और मुख्य सड़कों पर दो बार सफाई किए जाने का हवाला दिया गया है। इसके अलावा सफाई के लिए मुलाजिमों की तैनाती और उनकी हाजिरी शीट्स भी आवेदन के साथ भेजी गई है। ये हैं खामियां

-वाल्ड सिटी की गलियों के बाहर लगे रहते हैं कूड़े के ढेर

-गाड़ियों में पूरी तरह गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग देने का प्रबंध नहीं

-कूड़े की गाड़ियां उपर से कवर नहीं नहीं बने 22 सेकेंडरी प्वाइंटों पर स्मार्ट बिन

शहर को गंदगी से मुक्त करने के लिए अंडरग्राउंड स्मार्ट बिन की कवायद शुरू की गई थी। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत 21 जुलाई 2016 को वार्ड नौ के मजीठा रोड और वार्ड 43 के हकीमां गेट पर चार स्मार्ट बिन लगाए गए थे। चार करोड़ की लागत से 22 सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंटों पर ये बिन लगाए जाने थे। मगर वर्तमान में अगर इन बिन की बात की जाए तो वहां भी हालात ठीक नहीं है और बाकी के अभी तक लग नहीं पाए हैं। कोट्स

शहर के लिए खरीदे जा रहे ट्राइ साइकल : मित्तल

निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत वाल्ड सिटी में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए पचास ट्राई साइकिल के आर्डर दिए हुए हैं जो इस सप्ताह आ जाएंगे। कोविड की वजह से इसमें देरी हुई है। इसके अलावा भगतावाला कूड़ा डंप पर एक लाख मीट्रिक टन कूड़े की अभी तक बायोरेमीडेशन की जा चुकी है और कंपोस्ट पिट का काम भी जोरों पर चल रहा है। ट्राइ साइकिल आने के बाद वाल्ड सिटी में लगने वाले सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट खत्म होंगे। जीएफसी थ्री स्टार रैकिग के लिए लोगों के सहयोग की भी बहुत जरूरत है, तभी यह संभव हो पाएगा।


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