नौकरी से निकालने के विरोध में धरने पर कर्मी
कोरोना महामारी के दौरान मरीजों की सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं को अपना हक लेने के लिए मोर्चा लगाना पड़ रहा है।
जासं, अमृतसर: कोरोना महामारी के दौरान मरीजों की सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं को अपना हक लेने के लिए मोर्चा लगाना पड़ रहा है। इसी के तहत नौकरी से निकालने के विरोध में अस्थायी कर्मी गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में धरने पर बैठ गए हैं।
अमनदीप सिंह, सुखचैन सिंह, कुलदीप कौर ने बताया कि महामारी के दिनों में 200 के करीब युवाओं को गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) प्रबंधन द्वारा अस्थायी तौर पर काम पर रखा गया था। अब जब कोरोना का प्रकोप कम हो गया है तो अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें काम से निकाल दिया है। इन लोगों का कहना है कि एक तरफ पंजाब सरकार घर-घर रोजगार देने की बात कर रही है, तो दूसरी तरफ नौकरी कर रहे युवाओं को सरकार अपना स्वार्थ पूरा होने पर अब काम से निकाल रही है। इन लोगों ने कहा कि कोरोना योद्धाओं की तरह उन्होंने सेवाएं निभाई हैं। यदि उनको काम पर नहीं रखा गया तो उन्हें मजबूरन सहयोगी संगठनों के सहयोग के साथ संघर्ष तेज करना पड़ेगा। इस मौके पर सतनाम सिंह, शुभदीप सिंह, परमजीत कौर, नरेश कुमार, गुरप्रीत सिंह, राजविदर सिंह, गगनदीप सिंह, सोनू आदि मौजूद थे।