हाईकमान प्रधान थोपे नहीं, जनप्रतिनिधियों की सहमति से बनाए
। जिला कांग्रेस कमेटी की प्रधानगी को लेकर चल रही नेताओं की लड़ाई में अब मेल-मेल का खेल शुरू हो गया है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर
जिला कांग्रेस कमेटी की प्रधानगी को लेकर चल रही नेताओं की लड़ाई में अब मेल-मेल का खेल शुरू हो गया है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अपनी सुनवाई न होती देखकर स्थानीय नेताओं ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव व एआइसीसी इंचार्ज केसी वेणुगोपाल के अलावा पंजाब प्रभारी आशा कुमारी तक को मेल करते हुए साफ कर दिया है कि वह जिला प्रधान थोपने की बजाए, जनप्रतिनिधियों की राय लेकर प्रधान बनाए, ताकि 2022 के चुनाव में विजयश्री हासिल की जा सके।
पूर्व जिला उपाध्यक्ष राणा पवन कुमार रखड़ा द्वारा प्रभारी आशा कुमारी को भेजी गई मेल में उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि मैने आप से पहले भी बात की थी, लेकिन आपने कहा कि यह शहरी प्रधान का चयन आपके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। जिला प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा नियुक्त किया जाना है। जिला कांग्रेस कमेटी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा आपकों व जाखड़ को फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। जाखड़ का फोन उनका पीए संजीव त्रिखा उठाते हैं व किसी कार्यकर्ता से प्रधान की बात नहीं करवाते। आम वर्कर अपनी बात किस प्लेटफार्म पर रखें, जो कि उनकी बात आप तक पहुंच सके, ले-देकर एक सोशल मीडिया ही रह जाता है उस पर भी आपको एतराज है। चोर रास्ते से घुसपैठ न हो
कांग्रेसी वर्करों ने आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है कि प्रधान का चयन करते समय शहर के विधायकों के साथ-साथ स्थानीय सरकार में 85 पार्षदों में से जीत कर आए 66 पार्षदों, कांग्रेस के 10 ब्लॉक प्रमुखों, पंजाब प्रदेश के प्रतिनिधियों की राय का भी ध्यान रखा जाए। प्रधान के पद पर योग्य व्यक्ति सुशोभित हो, कोई भी चोर रास्ते से घुसपैठ ना कर सके। प्रधान का चयन वर्कर की आम राय से हो ना कि एयर कंडीशनर कमरों में बैठ कर अपनी सुविधा मुताबिक। रिषी के बयान पर महिला कांग्रेस की आपत्ति
उधर, आल इंडिया प्रजापत कुभकार संघ के आल इंडिया यूथ प्रधान गुरिदर रिषी ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू और इंद्रबीर सिंह बुलारिया के भी दूसरी पार्टियों से आने पर सवाल खड़े किए थे। महिला कांग्रेस की प्रधान रुपाली बतरा ने इस पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे एमएलए हमारी रीढ़ हैं। सिद्धू-बुलारिया की पारिवारिक पुष्ठभूमि कांग्रेस की ही रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री, पंजाब प्रभारी व प्रधान से आग्रह किया कि जिला प्रधान किसी वरिष्ठ, सुलझे हुए नेता को ही बनाया जाए, ताकि पार्टी 2022 का चुनाव जीत सके। मेल-फोन से चंडीगढ़-दिल्ली तक दौड़
प्रधानगी के पैनल को लेकर उठे विवाद के बाद दावेदारों ने नए सिरे से प्रधानगी की दौड़ तेज कर दी है। अपना बायोडाटा आला नेताओं के जरिये ऊपर तक पहुंचाया जा रहा है। साथ ही शहर के तमाम नेताओं के डीओ लेटर भी साथ लगाकर भेजे जा रहे हैं, ताकि बताया जा सके कि हमने नेताओं का समर्थन हासिल है। पैनल में राजबीर शर्मा, अश्वनी कुमार पप्पू, राजकंवल प्रीत सिंह लक्की का जहां नाम गया है, अन्य दावेदारों में पूर्व प्रधान जतिदर सोनिया, एडवोकेट मानिक बजाज, अरुण जोशी, जतिदर राणा, एडवोकेट राजीव भगत ने भी अपनी दौड़ तेज कर दी है।