रईया के रहने वाले दंपती की आत्महत्या के मामले में कांग्रेस नेता गिरफ्तार
रईया के रहने वाले दंपती की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है।
संवाद सहयोगी, जालंधर, अमृतसर: डेढ़ साल पहले फ्रेंड्स कालोनी में एपीजे कालेज की पूर्व लेक्चरर आशिमा रानी और उसके पति विकास राणा की आत्महत्या के मामले में आठ महीने पहले नामजद हुए कांग्रेस नेता व फाइनांसर लवप्रीत सिंह उर्फ लवली सोहल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों रईया के रहने वाले थे। उसे फ्रेंड्स कालोनी स्थित उसके घर से पुलिस ने वीरवार रात को काबू किया।
12 मई 2020 को आशिमा और उसके पति विकास राणा की आत्महत्या के बाद लवप्रीत उर्फ लवली सोहल का नाम उछला था, लेकिन सात महीने तक पुलिस की जांच चलती रही। 20 जनवरी 2021 को थाना डिवीजन नंबर एक की पुलिस ने लवली के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया था। सियासी दबाव के चलते आठ महीने तक पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया, लेकिन अब पुलिस का निजाम बदलते ही उसे उसके घर से ही काबू कर लिया गया। थाना डिवीजन नंबर एक के प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। लवली कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का करीबी बताया जाता है। उसके कई नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए हैं। पति-पत्नी में था प्यार, तीसरे के आने से बिगड़ने लगे थे रिश्ते
आशिमा और विकास एक ही कालेज से पढ़े थे और वहीं से उनकी लव स्टोरी शुरू हुई थी। दोनों के स्वजन उनके रिश्ते के खिलाफ थे तो 2008 में दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। स्वजनों के खिलाफ हुई शादी के चलते दोनों ने रईया को छोड़ कर जालंधर की फ्रेंड्स कालोनी में किराये पर मकान ले लिया। उनकी खुशी को कांग्रेस नेता लवली की नजर लग गई। विकास को शक था कि आशिमा और लवली के बीच कुछ है तो घर में रोजाना झगड़ा होने लगा। इसी के चलते आशिमा ने नौकरी भी छोड़ दी थी। यह था मामला
आशिमा की शादी 2 अक्टूबर 2008 को रईया निवासी विकास राणा के साथ हुई थी। शादी के बाद उनके दो बेटियां हुई। आशिमा ने एमबीए की हुई थी और लवली यूनिवर्सिटी में पढ़ाती थी। विकास रईया में ही रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाता था। शादी के बाद दोनों जालंधर के फ्रेंडस कालोनी में आकर रहने लगे थे। आशिमा ने एपीजे कालेज में नौकरी कर ली और विकास दुकान पर रोज आता जाता था। शिकायत में रूप लाल ने बताया था कि उसकी बेटी ने 2019 में नौकरी छोड़ दी, क्योंकि वो अपनी बेटियों पर ध्यान देना चाहती थी। आरोप था कि इसी बात से विकास उनकी बेटी को तंग करने लगा कि वह नौकरी न छोड़े, लेकिन बेटी नहीं मान रही थी। रूप लाल ने बताया था कि उसकी बेटी ने कई बार उनको बताया था कि विकास उसे पीटता था। 11 मई को उसे विकास के भाई का फोन आया कि विकास और आशिमा में झगड़ा हो गया है। वह जालंधर पहुंचे तो पता चला कि आशिमा ने फंदा लगा कर जान दे दी है और विकास फरार हो गया है। पुलिस ने बयानों के आधार पर विकास के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया। करीब 20 घंटे बाद ही विकास का शव फिल्लौर गोराया रेलवे ट्रैक पर मिल गया था। इसके बाद पुलिस जांच में सामने आया कि पास ही फाइनांस का दफ्तर चलाने वाले कांग्रेस नेता लवप्रीत सिंह उर्फ लवली सोहल जट्ट असली विवाद का कारण था। वह आशिमा को तंग करता था और इसी वजह से विकास का उसके साथ झगड़ा होता था।