पुलिस कर्मियों को रौंदने वाली इनोवा से कहा गया बैग
तरनतारन : शनिवार की रात को अड्डा अमरकोट के नाके पर तैनात दो पुलिस कर्मियों को रौंदने वाली इनोवा से बैग लेकर कौन भागा। बैग में ऐसा क्या था। यह पता लगाने में पुलिस दूसरे दिन भी नाकाम रही। हालाकि मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे बार्डर जोन के आइजी सुरिंदरपाल परमार का कहना है कि पुलिस द्वारा नामजद आरोपित करनबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन सवाल यह है कि पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपित कार चालक करनबीर सिंह एक टांग से दिव्यांग है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : शनिवार की रात को अड्डा अमरकोट के नाके पर तैनात दो पुलिस कर्मियों को रौंदने वाली इनोवा से बैग लेकर कौन भागा। बैग में ऐसा क्या था। यह पता लगाने में पुलिस दूसरे दिन भी नाकाम रही। हालाकि मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे बार्डर जोन के आइजी सुरिंदरपाल परमार का कहना है कि पुलिस द्वारा नामजद आरोपित करनबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन सवाल यह है कि पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपित कार चालक करनबीर सिंह एक टांग से दिव्यांग है। दिव्यांग होने बावजदू वह इतनी तेज रफ्तार में कार कैसे चलाता होगा। इन सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।
नाके पर तैनात हेड कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह और होम गार्ड जवान कुलदीप सिंह को रौंदने वाली इनोवा पीबी 46 एस-7770 को कब्जे में लेकर जब जांच शुरू की गई तो पता चला कि गाडी का मालिक कारज सिंह दासूवाल है। कारज सिंह खेमकरन के कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर के करीबी सरपंच सारज सिंह का छोटा भाई है। पुलिस का दावा है कि मौके पर इनोवा चलाने वाले की पहचान फिरोजपुर जिले के गांव मालदी न्यादिया निवासी करनबीर सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह के तौर पर हुई है।
उत्तर तलाश रहे हैं यह सवाल
हलका विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर के करीबी सरपंच सारज सिंह दासूवाल के भांजे करनबीर सिंह को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। करनबीर सिंह एक टांग से दिव्यांग है। ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि पुलिस ने सियासी दबाव में असल आरोपित को बचाने के लिए करनबीर सिंह का सहारा तो नहीं लिया यां फिर एक टांग से दिव्यांग होने के बावजूद करनबीर सिंह इनोवा कैसे चलाता है। उसे कहीं नाके पर चैक करके गाडी के कागजात और ड्राइविंग लाइसेंस की कभी जांच क्यों नहीं हुई। इलाके में चर्चा है कि पंजाब होम गार्ड के जवान कुलदीप सिंह ने नाके से गुजर रही इनोवा को रुकने लिए टार्च से इशारा किया तो चालक ने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। दोनों पुलिस कर्मियों को 15 से 20 मीटर तक घसीटने के बाद इनोवा बिजली के खंभे से जा टकराई। इस हादसे के बाद चालक जब भागा तो उसके हाथ में एक बैग था। अब सवाल यह पैदा होता है कि इनोवा से भागने वाला अगर करनबीर सिंह ही था तो वह बैग कहा है जिसे लेकर भागा था। उधर मृतकों के परिजनों से संवेदना जताने पहुंचे हलका विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर, आईजी सुरिंदरपाल परमार, एसएसपी दर्शन सिंह मान ने हर संभव मदद का भरोसा दिया।
जांच निष्पक्ष हो : प्रो. वल्टोहा शिअद प्रवक्ता प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि दो पुलिस कर्मियों को कुचलने वाली इनोवा से बैग लेकर भागे व्यक्ति की इलाके में चर्चा है। यह मामला संदेह के घेरे में है। पुलिस को चाहिए कि दो जवानों की मौत के मामले को गंभीरता से लिया जाए और निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए।
आइजी ने कहा बारीकी से की जा रही है जांच
बार्डर जोन के आइजी सुरिंदरपाल परमार ने कहा कि केस में नामजद करनबीर सिंह को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है। इस मामले में पुलिस किसी भी दबाव में नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े हर पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है और जल्द ही सारे मामले का खुलासा हो जाएगा। इस मामले से अगर किसी और के जुड़े होने के सुबूत मिले तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।