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छोटे अधिकारियों को फंसा बड़े नेताओं को बचाने में लगी कैप्टन सरकार : हनी

। कैप्टन अमरिदर सिंह की सरकार ने 19 अक्टूबर 201

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 11:04 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 11:05 PM (IST)
छोटे अधिकारियों को फंसा बड़े नेताओं को  बचाने में लगी कैप्टन सरकार : हनी
छोटे अधिकारियों को फंसा बड़े नेताओं को बचाने में लगी कैप्टन सरकार : हनी

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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कैप्टन अमरिदर सिंह की सरकार ने 19 अक्टूबर 2018 को जौड़ा फाटक के पास हुए रेल हादसे में राजनेताओं को बचाने के लिए नगर निगम के जूनियर अधिकारियों को ही बली का बकरा बना दिया। हालांकि इन अधिकारियों में से कुछ को तो तत्कालीन डिवीजनल कमिश्नर बी. पुरुषार्थ ने जांच में भी शामिल होने के लिए नहीं बुलाया था। यह आरोप भाजपा प्रदेश सचिव एडवोकेट राजेश हनी ने बुधवार को भाजपा कार्यालय शहीद हरबंस लाल खन्ना में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान लगाए।

उन्होंने कहा कि जौड़ा फाटक स्थित धोबी घाट के 4,500 वर्ग गर्ज जमीन पर दशहरा मनाया गया। तत्कालीन निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर मुख्य मेहमान थी। वार्ड 29 की महिला पार्षद विजय मदान के बेटे मिट्ठू मदान की दशहरा कमेटी ने न तो निगम से और न ही पुलिस से समारोह के लिए एनओसी ली। 15 अक्तूबर को निगम को एक पत्र संख्या 7521 देकर फायर ब्रिगेड और पानी की गाड़ियां भेजने को कहा गया। 19 अक्तूबर की रात रेल हादसा हुआ और 58 लोगों की जान चली गई। मृतकों के परिवारों के सदस्यों को न तो नौकरी मिली और न ही इंसाफ।

हनी ने निगम कमिश्नर की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हादसे के चार दिन बाद 22 अक्टूबर को निगम कमिश्नर कहते हैं कि कार्यक्रम हो चुका है, तो फायर ब्रिगेड और टैंकर की जरुरत नहीं। जबकि इससे पहले 16 अक्टूबर को गोपाल नगर में एक कार्यक्रम करवाने की दरखास्त आई तो निगम अधिकारियों ने इसके लिए मंजूरी लेना जरूरी बताया। जबकि मिट्ठू मदान का कार्यक्रम बिना किसी मंजूरी के ही हो गया। हादसे के बाद जालंधर डिवीजनल कमिश्नर बी. पुरुषार्थ ने जांच में मिट्ठू मदान और उसकी पार्षद माता विजय मदान को दोषी बताया। जबकि रिटायर्ड जज अमरजीत सिंह अटारी की जांच में उक्त दोनों को गवाह बनाते हुए नगर निगम के जूनियर अधिकारियों को ही दोषी करार देते हुए कार्रवाई कर दी गई।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने हादसे के बाद 20 अक्टूबर को घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों को इंसाफ और हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बाद कही। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने पीड़ित परिवारों को गोद लेने की बाद कही। लेकिन सब हवा-हवाई हो गए।

भाजपा प्रदेश सचिव हनी ने कहा कि वह पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और अगर जरुरत पड़ी तो पीड़ित परिवारों के साथ मिलकर संघर्ष भी करेंगे। इस मौके पर प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी जनार्दन शर्मा, जिला भाजपा महासचिव राजेश कंधारी और सुखमिदर सिंह पिटू के अलावा जिला उपाध्यक्ष डॉ. राम चावला, हरविदर सिंह संधू, सतपाल डोगरा आदि मौजूद थे।


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