जौड़ा फाटक रेल हादसा : मृतकों की याद में निकाला कैंडल मार्च, सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी
19 अक्टूबर 2018 को जौड़ा फाटक रेलवे हादसे का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : 19 अक्टूबर 2018 को जौड़ा फाटक रेलवे हादसे का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने जिला प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का और विधानसभा हलका पूर्वी के इंचार्ज गुरप्रीत सिंह रंधावा के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च में पीड़ित परिवारों के सदस्य भी शामिल हुए। यह मार्च राम तलाई चौक से लेकर जौड़ा फाटक तक निकाला गया। पीड़ित परिवारों ने एलान किया कि अगर 25 अक्टूबर तक पंजाब सरकार और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे किए वादे यानी सरकारी नौकरी न दिलाई तो 25 अक्टूबर के बाद भंडारी पुल पर असीमित समय के लिए धरना शुरू कर देंगे। मार्च में शामिल लोगों ने सिद्धू परिवार के खिलाफ बैनर, पोस्टर व तख्तियां उठाई हुई थी। तख्तियों पर सिद्धू परिवार मुर्दाबाद के नारे लिखे हुए थे।
टिक्का ने कहा कि सरकार ने वादा किया था हर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। परंतु सरकार ने यह वादा पूरा नहीं किया है। क्षेत्र के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने पीड़ित परिवारों के बच्चों को गोद लेने का एलान करते हुए उन बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च खुद उठाने और पीड़ित परिवारों को हर माह राशन देने का एलान किया था। लेकिन न तो राशन मिला और न ही बच्चों की पढ़ाई का खर्च। उधर, प्रदेश सरकार ने भी दोगली नीतियों को अपनाते हुए इस मामले में दोषी सभी लोगों को क्लीन चिट दे दी है। मुख्य दोषी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि हादसे का शिकार लोगों के परिवारों को जब तक न्याय नहीं मिल जाता, संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान सकतर जनरल जसपाल सिंह शांटू, शमशेर सिंह शेरा, गुरप्रीत सिंह , राणा पलविदर सिंह, महेश वर्मा, रछपाल सिंह गुग्गू, महिदर सिंह वेरका, कमल कुमार , महेश वर्मा , मनमोहन सिंह बंटी आदि मौजूद थे।