पुराने ग्राहकों के प्यार और विश्वास से कारोबार ने फिर पकड़ी रफ्तार
गिरना फिर उठना फिर से गिरना और दोबारा अपने पैरों पर खडा होना। कुछ ऐसा ही पूरी दुनिया पिछले कुछ महीनों से सीख रही है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : गिरना, फिर उठना, फिर से गिरना और दोबारा अपने पैरों पर खडा होना। कुछ ऐसा ही पूरी दुनिया पिछले कुछ महीनों से सीख रही है। क्योंकि कोरोना वायरस जैसे ही फैलना शुरू हुआ तो हर किसी के मन में भय और दहशत का माहौल था। लोग घरो में बंद थे और अर्थव्यवस्था पूरी तरह से डगमगा चुकी थी। बहुत सारे कारोबार बंद हो गए थे। लाखों लोगों का रोजगार छिन चुका था। जो कर्मचारी काम करते थे। उन्हें वेतन देने के लिए पैसे नहीं थे। मगर इन सारे हालातों के विपरित जाकर सरवाइव करना और कारोबार को पहले की तरह चलाना ही जिंदगी है। यह यह कहना है जीटी रोड स्थित नेल सैलून के मालिक जतिन गाधी का।
उन्होंने बताया कि न केवल अपने कारोबार को दोबारा खड़ा किया, बल्कि अपने पूरे स्टाफ का साथ निभाते हुए उनकी बुरे दौर में मदद भी की। जतिन का कहना है कि तीन महीने तक घर पर बैठे रहे। ऐसे में सभी को अपने-अपने कारोबार की चिंता सताने लगी थी। दूसरी तरफ उनके पास जो कर्मचारी पहले से काम कर रहे थे। उनको भी अपने रोजगार की चिंता सता रही थी। मगर उन्होंने ऐसे हालातों से निपटने के लिए योजना बनाई। सबसे पहले उन्होंने पुराने ग्राहकों के साथ संपर्क साधा। हालाकि यह बहुत मुश्किल था, क्योंकि लोग कहीं आना-जाना तो दूर एक-दूसरे के पास खड़े होने से भी डर रहे थे। ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने पुराने ग्राहकों को सैलून की अलग-अलग सíवस के बारे में बताना शुरू किया।
उन्होंने बताया कि पूरा स्टाफ बहुत ही सुरक्षित तरीके और सरकार की ओर से जारी की गई हिदायतों का पालन करते हुए सेवाओं दे रहा है। ग्राहकों को बताया कि किसी को भी अपने घर से निकलने की जरूरत नहीं। बल्कि उनके कर्मचारी घर पर ही आकर सíवस देते हैं। ऐसे में उनके पुराने ग्राहकों ने फिर से अपना प्यार और विश्वास दिखाया। जिससे धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आनी शुरू हो गई। मगर इस दौरान उनके पास यह भी चुनौती थी कि केवल ग्राहक ही नहीं बल्कि अपने पूरे स्टाफ की सुरक्षा का भी ध्यान रखना है। इसलिए सरकार की ओर से जारी हर गाइडलाइन का ईमानदारी से पालन किया गया। ग्राहकों के विश्वास से आत्मविश्वास भी बड़ा
जतिन गाधी ने बताया कि ग्राहकों ने उन पर अपना पूरा विश्वास और प्यार दिखाया। ग्राहकों ने अपने सुझाव भी देने से शुरू किए, जिससे पूरे कारोबार को फिर से पटरी पर लेकर आई। ग्राहकों के दिखाए इस विश्वास से न केवल कारोबार पहले की तरह चलना शुरू हुआ, बल्कि उनका खुद का भी आत्मविश्वास बहुत बढ़ा है। उनके ग्राहक उनके परिवार की तरह हैं और वह कभी भी उनका अहसान नहीं भूल सकते हैं।