Move to Jagran APP

पुराने नियमों के साथ वैट असेसमेंट केसों में व्यापारियों को आ रही दिक्कत

। वैट केसों में असेसमेंट करने को लेकर आ रही दिक्कतों संबंधी जीएसटीए प्रैक्टिशनर एसोसिशएन ने मंगलवार को डीसी स्टेट टैक्स हरिदरपाल सिंह के साथ मीटिग की और ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 12:36 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 06:03 AM (IST)
पुराने नियमों के साथ वैट असेसमेंट    
केसों में व्यापारियों को आ रही दिक्कत
पुराने नियमों के साथ वैट असेसमेंट केसों में व्यापारियों को आ रही दिक्कत

जागरण संवाददाता, अमृतसर

loksabha election banner

साल 2013-14 से लेकर 2016-17 तक के वैट केसों में असेसमेंट करने को लेकर आ रही दिक्कतों संबंधी जीएसटीए प्रैक्टिशनर एसोसिशएन ने मंगलवार को डीसी स्टेट टैक्स हरिदरपाल सिंह के साथ मीटिग की और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान एसोसिएशन ने डीसी स्टेट टैक्स को बताया कि विभाग की ओर से अभी भी पुराने नियमों के मुताबिक ही नोटिफिकेशन किया जा रहा है। जबकि न तो व्यापारियों की नई लिस्ट तैयार की गई है और न ही अप्रूवल लेकर वेबसाइट पर डाली गई है। एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट नवीन शर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से पुराने नियमों के आधार पर नोटिफिकेशन जारी किए जा रहे हैं। नए नियम अभी तक फॉलो नहीं हो रहे।

उन्होंने बताया कि नए नियमों के मुताबिक जिन्होंने एक साल में 10 लाख या पिछले चार सालों में 30 लाख के रिफंड क्लेम किए हैं। उनके केसों को असेस किया जाएगा। इसी तरह जिनकी सालाना टर्नओवर 10 करोड़ रुपये या पिछले चार सालों की टर्नओवर 30 करोड़ रुपये हो, सीएसटी एक्ट 1956 के तहत, जिनके सी और एफ फार्म पेंडिग हों, तंबाकू व तंबाकू पदार्थो से संबंधित सभी डीलर, जिनकी वार्षिक टर्नओवर दो करोड़ रुपये से ज्यादा हो, वह सभी केस जिन्होंने 20 नवंबर 2011 के बाद रिफंड अप्लाई किए हों। इन सभी को असेस किया जाना है। मगर विभाग की ओर से पुराने नियम अपना कर पुरानी बनी लिस्ट के मुताबिक ही केस असेस किए जा रहे हैं। अभी तक जिन केसों की असेसमेंट हो रही है, वह पुरानी लिस्ट के मुताबिक हैं। उसी के आधार पर नोटिफिकेशन हो रहे हैं। इस पर डीसी स्टेट टैक्स हरिदर पाल सिंह ने नए नियमों के आधार पर लिस्टें बनवाकर काम करवाने का आश्वासन दिया है। फिलहाल पुराने असेसमेंट को रोक दिया जाएगा और नई लिस्ट बनाकर उसकी अप्रूवल लेकर वेबसाइट पर डाली जाएगी। साथ ही एक कॉपी जीएसटी प्रैक्टिशनर एसोसिएशन को भी सौंपी जाएगी। इस मौके पर एसोसिएशन के उप-प्रधान सुनील अरोड़ा, एडवोकेट इंद्रपाल सिंह, टीएस मदान, आके ढांडा, अशोक भाटिया, नवीन रतन और अन्य मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.