सख्ती बरतने से खत्म होगा चीनी उत्पादों का एकाधिकार
। चीन निर्मित वस्तुओं के आयात से भारतीय उद्योग व स्वदेशी वस्तुओं को प्रोत्साहन नहीं मिल रहा।
कमल कोहली, अमृतसर
चीन निर्मित वस्तुओं के आयात से भारतीय उद्योग व स्वदेशी वस्तुओं को प्रोत्साहन नहीं मिल रहा। हर त्योहारी सीजन पर होने वाले कारोबार में सिर्फ चीनी सामान का बोलबाला है। इसी कारण भारतीय लघु उद्योग पिछले कई दशकों से उन्नति नहीं कर पाया और आज भी बेकारी की आलम में है।
यह कहना है कि शहर के कई दुकानदारों का। उनका कहना है कि अगर केंद्र सरकार वास्तव में चीन निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार देशवासियों से करवानी चाहती है तो सबसे पहले केंद्र को चीन के साथ सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म करने चाहिए। उनका कहना है कि अगर भारत में चीन का सामान आना ही बंद हो जाएगा तो स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा मिलेगी, जिससे देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। निर्यात ड्यूटी बढ़ाई जाए
पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान सुरिदर दुग्गल ने कहा कि यदि भारत में चीनी सामान की बिक्री पर अंकुश लगाना है तो निर्यात ड्यूटी बढ़ा देनी चाहिए ताकि चीन से आना वाला सामान महंगा हो जाए। वहीं, भारतीय उत्पाद भी चीन की तुलना में सस्ता होना चाहिए। सरकार को चीन के अपने सभी व्यापारिक संबंध समाप्त कर देने चाहिए। तभी लोग भी चीन का सामान खरीदना बंद करेंगे।
चीन का घमंड तभी टूटेगा
कंज्यूमर वेलफेयर संगठन के प्रधान चंद्रशेखर ने कहा कि चीन की हरकतें भारतीय विरोधी हैं। यदि जनता चीनी सामान खरीदना बंद कर दे तो चीन का घमंड टूट जाएगा। आइडीएच मार्किट के चेयरमैन सुरिदर जैन ने कहा कि चीन से इलेक्ट्रोनिक, साइकिल, मेडिकल, मास्क, खिलौना, पंखे, सभी त्योहारों में बिकने वाला सामान, गेम्स, मोबाइल, कॉस्मेटिक व कई तरह के उत्पाद इस समय भारतीय बाजार में राज कर रहे हैं। हालांकि यह सामान लॉकडाउन से पहले का दुकानों में पड़ा हुआ है। पिछले कई माह से चीन से सामान नहीं आ रहा। अब लोगों ने चीनी उत्पाद का बहिष्कार शुरू कर दिया है। सरकार को भी चाहिए कि चीन से आयात बंद करे, इसके बाद ही भारतीय उद्योग बढ़ेगा। बाक्स----
अमृतसर डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के प्रधान अनिल कपूर ने कहा कि यह सच है कि भारत में चीन निर्मित वस्तुओं का एकाधिकार बना हुआ है, जिसने भारतीय उत्पादों को बर्बाद करके रखा हुआ है। सिर्फ बयानबाजी से चीन का एकाधिकार समाप्त नही होगा। इसके लिए केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे। चीन से आयात पूरी तरह बंद कर देना चाहिए। डिस्ट्रीब्यूटर राणा महाजन ने कहा कि भारत अरबों का व्यापार चीन के साथ करता है। सामान सस्ता होने के कारण ही ज्यादातर लोग चीन के सामान की खरीदारी करते हैं। पहले सरकार को आयात बंद करना चाहिए। उसके बाद लोगों को भी भारतीय उत्पादों की तरफ अपना रुझान बढ़ाना चाहिए।