पुलिस चौकी पर भाजपाई प्रधान की न और लोगों की हां
जागरण संवाददाता, अमृतसर पुलिस कमिश्नर द्वारा ग्रीन एवेन्यू में बनाई गई पुलिस चौकी भारतीय जनता
जागरण संवाददाता, अमृतसर
पुलिस कमिश्नर द्वारा ग्रीन एवेन्यू में बनाई गई पुलिस चौकी भारतीय जनता पार्टी के गले की फांस बन गई है। चौकी पार्क में बनने पर भाजपा सिविल लाइन मंडल के प्रधान श्याम सुंदर शर्मा खासे क्षुब्ध हैं और इस बाबत कहीं भी सुनवाई न होने के चलते उन्होंने 15 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा हाईकमान उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही। इसके विपरीत चौकी बनाए जाने से क्षेत्रवासी खासे संतुष्ट हैं।
बताते चलें कि शर्मा का ग्रीन एवेन्यू पार्क में मिल्क बूथ है और उन्होंने पार्टी के समक्ष इसी का हवाला दिया है कि उनकी परिवार की रोजी-रोटी का यही एकमात्र जरिया है। उनका आरोप था कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के करीबी उनका काम बंद करवाना चाहते हैं, इसलिए वहां पुलिस चौकी खुलवाई जा रही है। इसकी शिकायत उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं के अलावा प्रदेश अध्यक्ष से भी की थी। प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने भी उन्हें विश्वास दिलवाया था कि चौकी की वजह से उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। वैसे भी चौकी पुलिस कमिश्नर द्वारा खुलवाई जा रही है और यह लोगों की मांग पर खोली जा रही है। इसमें किसी व्यक्ति विशेष की कोई भूमिका नहीं है। पर शर्मा अपनी सुनवाई न होती देख अपने पद से इस्तीफा दे गए।
चौकी बनाए जाने से मिली राहत
उधर, दूसरी तरफ ग्रीन एवेन्यू वासियों रोहित ¨शगारी, राजेश कपूर, पवन कुमार शर्मा, विन्नी सोनी ने बताया कि भाजपाई बिना वजह से पुलिस चौकी पर विवाद खड़ा कर रहे हैं। पहले भी यहां पुलिस चौकी होती थी और अब जबसे यहां पुलिस चौकी दोबारा शुरू हुई है, लोगों ने राहत की सांस ली है। अगर भाजपा के दबाव में पुलिस चौकी हटाई गई तो यह क्षेत्रवासियों के हित में नहीं होगा। इसलिए भाजपा नेता किसी भी प्रकार का कदम उठाने से पहले इसका ख्याल जरूर रखें।
स्नै¨चग और गेड़ियों से त्रस्त थे लोग
पूर्व की बात करें तो ग्रीन एवेन्यू क्षेत्र में हुई स्नै¨चग की घटनाओं की वजह से लोगों में भय बना हुआ था। शहर के पॉश क्षेत्रों में शुमार क्षेत्र में युवकों द्वारा गेड़िया लगाने की शिकायतें भी आती रही हैं। लोगों द्वारा समय-समय पर मांग की गई थी कि यहां पुलिस चौकी स्थापित की जाए, ताकि स्नै¨चग आदि घटनाओं से उन्हें निजात मिल सके। अब चौकी बनने के बाद नया विवाद शुरू हो गया है। अब यह विवाद किस करवट जाता है, यह तो आने वाला समय बताएगा, फिलहाल इसे लेकर भाजपा में खासी गरमागर्मी चल रही है।