Move to Jagran APP

भाजपा नेत्री चावला ने गृह मंत्री से की मांग, गिल को बूचड़ कहने वालों को सबक सिखाएं

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर कहा है कि पंजाब के हीरो पूर्व डीजीपी स्व. केपीएस गिल को बूचड़ कहने वालों को सबक सिखाया जाए।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 01:46 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 09:02 PM (IST)
भाजपा नेत्री चावला ने गृह मंत्री से की मांग, गिल को बूचड़ कहने वालों को सबक सिखाएं
भाजपा नेत्री चावला ने गृह मंत्री से की मांग, गिल को बूचड़ कहने वालों को सबक सिखाएं

जेएनएन, अमृतसर। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व भाजपा नेत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर कहा है कि पंजाब के हीरो पूर्व डीजीपी स्व. केपीएस गिल को बूचड़ कहने वालों को सबक सिखाया जाए। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह को अभी तक यह मालूम हो गया होगा कि अमृतसर में एक लेखक सर्बजीत घुम्मण ने पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी व पंजाब से आतंकवाद का खात्मा करने वाले स्व. केपीएस गिल पर एक किताब लिखी है। किताब में केपीएस गिल को पंजाब का बूचड़ बताया गया है।

loksabha election banner

चावला ने कहा कि वैसे किताब लिखने वाला लेखक किस मानसिकता का है, क्या वह अलगाववादी है या पंजाब को तोडऩे की सोच रखता है। मुझे दुख होता है कि हमारे पवित्र स्थान श्री हरिमंदिर साहिब श्री अकाल तख्त साहिब में इस किताब का विमोचन किया गया। श्री अकाल तख्त साहिब वह पावन स्थान है, जो मीरी-पीरी का संदेश देता है, जिसे श्री गुरु हरगोबिंद जी ने स्थापित किया। एक ऐसा तख्त, जो देश के दुश्मनों से लडऩे के लिए स्थापित किया गया था, वहां इस पुस्तक का विमोचन धार्मिक गुरु करते हैं। न तो पंजाब सरकार कोई कार्रवाई करती है और न ही केंद्र सरकार।

चावला ने कहा कि देशवासियों, सारे मिलकर आवाज उठाओ। पंजाब और देश की अस्मिता की रक्षा करने वाले पंजाब के हीरो केपीएस गिल को बूचड़ कहने वाले को सबक सिखाओ। केपीएस गिल के स्वर्गवास के बाद ये लोग उनके खिलाफ बोल रहे हैं। उनके रहते ऐसे यह लोग चूहों की तरह अपने बिलों में छिपे थे। अब इनका हौसला इतना बढ़ चुका है कि धार्मिक स्थल पर पुस्तक का विमोचन करवाते हैं। देश को यह सहन नहीं करना चाहिए। इसका विरोध करना चाहिए।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.