जेतली के बाद अमृतसर लोकसभा सीट से हारे पुरी भी मोदी की कैबिनेट में दोबारा मंत्री
अमृतसर लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी रहे हरदीप पुरी को मोदी कैबिनेट में फिर से मंत्री बनाया गया है।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अमृतसर लोकसभा सीट पर उतारे गए पार्टी दिग्गजों की वेल्यू चाहे अंबरसरिए समझ न सके हो, पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उनकी वेल्यू बता दी है। 2014 में 1,02,770 वोटों से हारे वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेतली को मोदी सरकार में वित्त मंत्री का पद मिला था। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरे केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को भी 99,626 मतों से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मोदी सरकार में पुरी का सियासी कद क्या है, उसका परिचय वीरवार सुबह ही उन्हें दे दिया गया।
नरेंद्र मोदी राजघाट पर सुबह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो पुरी उनके साथ थे। पुरी ने यह फोटो अपने फेसबुक अकाउंट पर भी शेयर की। साथ ही शाम को उन्हें फिर से कैबिनेट मंत्री के पद से नवाजा गया। पुरी को कैबिनेट में लिए जाने का समाचार मिलने के बाद अमृतसर के कई नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पुरी को फोन कर बधाई दी और पुरी ने भी उसे सहर्ष स्वीकार किया। फेसबुक पर जताया 3,45,406 वोट देने वालों का आभार पुरी ने अपने फेसबुक अकाउंट में पोस्ट शेयर करते हुए चुनाव में डटे रहे ह•ारों कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिया-वर्कर मुझे गली-गली, घर-घर लोगों से मिलवाने ले गए। उन्होंने मुझे अमृतसर की धड़कन से जोड़ा। मेरे साथ दिन के 21 घंटे लगकर काम किया। शुरू में सबने मेरे इस चुनाव को नामुमकिन समझा, लेकिन धीरे-धीरे लोगों के स्नेह ने इसको मेरी पहुंच में ला खड़ा किया था। हालांकि हमें कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा, परन्तु मैं उन 3,45,406 (40. 19 फीसद) वोटरों का तहे दिल से आभारी हूँ जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की 'सबका साथ सबका विकास' पर आधारित नीतियों और इस सीमावर्ती डिस्ट्रिक्ट के विकास के लिए मेरे संकल्प पत्र में विश्वास जताते हुए कांग्रेस के इस गढ़ में मेरे लिए वोट किया। गलती न दोहराने का देते रहे वास्ता, फिर भी मिली हार लोकसभा चुनाव में भाजपा ओर शिअद नेता लोगों को वास्ता देते रहे कि वह 2014 वाली गलती इस बार न करें। जेतली हारे और केंद्र में मंत्री बने, जिसका अमृतसर को लाभ नहीं हुआ। अब रेडीमेड मंत्री पुरी हमें केंद्र ने दिए हैं, हमें सिर्फ उन्हें सांसद बनाना है, पर लोगों ने इस पर भी मोहर नहीं लगाई। पार्टी की गुटबंदी और पुरी के अफसरी रवैये के अलावा पार्टी प्रत्याशी और संगठन में तालमेल के अभाव ने हार का तिलिस्म नहीं टूटने दिया। फेसबुक पर जाहिर की पीड़ा हार की पीड़ा को पुरी ने अपने फेबसुक पर यह कहते हुए शेयर किया कि 'मैं 2014 और 2017 से चले आ रहे हार के इस सिलसिले को तोड़ना चाहता था, परंतु 3 हफ्ते का समय इसके लिए कम साबित हुआ। परंतु मुझे खुशी है कि जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं, मुझे बेहतर भविष्य के लिए लोगों की आकांक्षाओं से जुड़ने का एक अवसर प्राप्त हुआ।'
अपने घर अमृतसर आता-जाता रहूंगा
पुरी ने फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा-चुनाव आते-जाते रहते हैं परंतु मैं गुरु नगरी के हर कार्यकर्ता को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हमारा ये रिश्ता म•ाबूत और स्थायी है। हम एक-दूसरे के जीवन का अभिन्न अंग हैं और मैं अपने घर श्री अमृतसर साहिब आता-जाता रहूंगा। मैं सदैव गुरु की नगरी और यहां के लोगों का सेवादार रहा हूं और आगे भी मैं इस सेवा में हर तरह से कार्यरत रहूँगा। जैसा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार और हमारी ये पार्टी 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास' के मूलमंत्र के आधार पर देश के सभी वर्गों के लिए कार्य करेगी। वही भावना मेरे मन में श्री अमृतसर साहिब के लिए है। मैं उनके लिए भी कार्य करूंगा जिन्होंने मुझे वोट दिया और उनके साथ भी खड़ा रहूंगा जिन्होंने इस बार मेरे ऊपर विश्वास नहीं जताया।'
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