समय पर पता चले तो सवाइकल कैंसर का इलाज संभव : डॉ. गुप्ता
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) में सोमवार को 44वें सर्वाइकल कैंसर जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) में सोमवार को 44वें सर्वाइकल कैंसर जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। फुलकारी कैन द्वारा आयोजित सेमिनार में लोगों को सर्वाइकल कैंसर संबंधी जानकारी दी गई ताकि उक्त नामुराद बीमारी को समय रहते ही रोका जा सके।
वक्ता के तौर पर डॉ. मृदु गुप्ता व डॉ. राजीव गुप्ता ने कहा कि कैंसर ला-इलाज बीमारी नहीं है, लेकिन समय पर इसके लक्षणों का पता लगना जरूरी है। सर्वाइकल कैंसर यानी बच्चेदानी का कैंसर समाज में चिता का विषय है, जिसकी जांच व जल्दी पता लगाने के लिए अधिक से अधिक जानकारी लोगों तक पहुंचाना समय की जरूरत है। विश्व सर्वाइकल दिवस को समर्पित सेमिनार में लोगों ने सर्वाइकल कैंसर मुक्त भारत बनाने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए शपथ भी ग्रहण की। इस मौके पर पुलिस कमीश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल, डॉ. संतोख सिंह, डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर, डॉ. जसजीत सिंह छाछी, डॉ. हरप्रीत कौर, डॉ. पवन कुमार, डॉ. बलजिदर कौर, डॉ. किरनदीप कौर, डॉ. दिनेश शर्मा, प्रो. हरदीप सिंह आदि मौजूद थे। सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
योनि से असामान्य रूप से खून बहना, यौन संपर्क के बाद योनि से रक्तस्त्राव, सामान्य से अधिक लंबे समय मासिक धर्म, योनि स्त्राव और यौन संपर्क के समय दर्द के बीच रक्तस्त्राव सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में शामिल है। 250 महिलाओं की मुफ्त जांच करवा चुकी है संस्था प्रनीत बब्बर का कहना है कि फुलकारी कैन राज्य में सर्वाइकल कैंसर के खात्मे के लिए 44 जागरूकता सेमिनार आयोजित कर चुका है। जागरूकता सेमिनारों में लगभग डेढ़ लाख लोगों को जागरूक करने में डॉ. रश्मि विज, प्रियंका गोयल व रमिदर ग्रोवर का विशेष सहयोग रहा है, जबकि 250 के करीब आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं की मुफ्त जांच करवाई जा चुकी है। भविष्य में भी जांच का सिलसिला जारी है। महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति जागरूक होना चाहिए।