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बेटियों को कोख में ही मार देती थी दाई, महिला जासूस ने किया भंडाफोड़

कोख में ही बेटियों को मौत की नींद सुलाने वाली एक दाई को स्वास्थ्य विभाग ने महिला जासूस के जरिये बेनकाब कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 11:53 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 11:53 PM (IST)
बेटियों को कोख में ही मार देती थी दाई, महिला जासूस ने किया भंडाफोड़
बेटियों को कोख में ही मार देती थी दाई, महिला जासूस ने किया भंडाफोड़

जागरण संवाददाता, छेहरटा . अमृतसर : कोख में ही बेटियों को मौत की नींद सुलाने वाली एक दाई को स्वास्थ्य विभाग ने महिला जासूस के जरिये बेनकाब कर दिया। छेहरटा के नारायणगढ़ ज्वालानगर की गली नंबर एक स्थित घर में अवैध तौर पर गर्भपात करने वाली भगवंत कौर नामक दाई को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को रंगे हाथों धर दबोचा। भगवंत कौर एक महिला का गर्भपात करने की तैयारी में जुटी थी। उसके कब्जे से गर्भपात में प्रयुक्त होने वाले औजार एवं दवाएं भी बरामद की गई हैं।

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दरअसल, स्वास्थ्य विभाग को सूचना थी कि भगवंत कौर अपने ही घर में महिलाओं का गर्भपात करती है। इस सूचना पर विभाग ने अपनी ही टीम की एक महिला जासूस को ग्राहक बनाकर भगवंत कौर के पास भेजा। महिला जासूस ने भगवंत कौर से कहा कि वह गर्भवती है और उसकी कोख में लड़की पल रही है। वह एक बेटी की मां है, इसलिए दूसरी बेटी नहीं चाहती। महिला जासूस ने अपने पर शक न हो, इसलिए भगवंत कौर को कुछ रिपो‌र्ट्स आदि भी दिखाईं। हालांकि जासूस महिला गर्भवती नहीं थी, पर रिपो‌र्ट्स देखने के बाद भगवंत ने उससे कहा कि वह उसका गर्भपात कर देगी, लेकिन इसकी एवज में दस हजार रुपये लगेंगे। जासूस महिला ने यह सारी बात सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई को बताई। डॉ. घई ने उसे दस हजार रुपये दिए और भगवंत कौर के घर जाने को कहा।

शनिवार की शाम तकरीबन पौने पांच बजे यह महिला भगवंत कौर के घर पहुंची। भगवंत कौर ने उससे दस हजार रुपये लिए और बेड पर लेटने को कहा। जैसे ही भगवंत कौर उसे इंजेक्शन लगाने लगी, महिला जासूस ने सिविल सर्जन के मोबाइल पर मिस्ड कॉल दे दी। पूर्व निर्धारित योजना के तहत सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई, नवांशहर से जिला परिवार एवं भलाई अधिकारी सुखविदर सिंह, जालंधर से सुरिदर सिंह, इंस्पेक्टर गुलशन कुमार, सबइंस्पेक्टर राजिदर कौर व एएसआई रविदर सिंह कमरे में दाखिल हुए और भगवंत कौर को रंगे हाथों दबोच लिया। कमरे में औजार एवं कुछ दवाएं भी बरामद हुई हैं। साथ ही दस हजार रुपये भी बरामद किए गए। भगवंत कौर ने भागने का प्रयास किया, पर पुलिस ने उसे बाहर निकलने नहीं दिया।

खुद को बताती थी नर्स

भगवंत कौर इस घर में पिछले 25 सालों से रह रही थी। आसपास के लोगों को भी इस बात की भनक नहीं थी कि यहां कोख में बेटियों को मारने का काम चल रहा है। पुलिस ने भगवंत कौर को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर लिया है। डॉ. घई ने बताया कि यह महिला काफी समय से यह घिनौना काम कर रही थी। वह खुद को नर्स के रूप में प्रस्तुत करती है, लेकिन उसके पास डिप्लोमा नहीं है।

छेहरटा में चल रहा है घिनौना काम

बेटियों को जन्म के अधिकार से वंचित करने का काम छेहरटा में व्यापक पैमाने पर फैल चुका है। वर्ष 2015 में स्वास्थ्य विभाग ने छेहरटा स्थित एक निजी अस्पताल में छापमारी कर लिग निर्धारण टेस्ट एवं गर्भपात का भंडाफोड़ किया था। सघन आबादी वाले छेहरटा क्षेत्र में निजी अस्पतालों की लंबी फेहरिस्त है। इन अस्पतालों के भीतर क्या चलता है, यह किसी को मालूम नहीं। सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई ने कहा कि बेटियों को मारने वालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग सख्ती से काम कर रहा है।

घर के बाहर लगी नेमप्लेट पर सास व बहू दोनों नर्स

भगवंत की सास गुरचरण कौर का कुछ वर्ष पूर्व देहांत हुआ है। भगवंत के घर के बाहर नेमप्लेट पर गुरचरण कौर के साथ नर्स लिखा है। वहीं भगवंत के नाम के आगे भी नर्स लिखा गया है। हालांकि दोनों ने किसी भी अधिकृत डिप्लोमा कॉलेज की दहलीज नहीं लांघी। गिरफ्तार भगवंत कौर ने अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए अपनी बहू को एएनएम का कोर्स करवाया है। हालांकि बहू अभी इस घिनौने काम में उसके साथ शामिल नहीं हुई थी।


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