Move to Jagran APP

औजला को मिली जीत, पुरी को हार, अगले चुनाव के लिए दोनों तैयार

। लोकसभा चुनाव का महासमर समाप्त होने के बाद केंद्र में भाजपा की सरकार सत्तासीन हो गई है। चुनावी शोर अब थम चुका है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 12:45 AM (IST)Updated: Mon, 03 Jun 2019 06:23 AM (IST)
औजला को मिली जीत, पुरी को हार, अगले चुनाव के लिए दोनों तैयार
औजला को मिली जीत, पुरी को हार, अगले चुनाव के लिए दोनों तैयार

नितिन धीमान, अमृतसर

prime article banner

लोकसभा चुनाव का महासमर समाप्त होने के बाद केंद्र में भाजपा की सरकार सत्तासीन हो गई है। चुनावी शोर अब थम चुका है। अमृतसर संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुए गुरजीत सिंह औजला जीत का ताज सजाने के बाद 'फील्ड' में उतर गए हैं। वहीं हार का मुंह देखने वाले हरदीप सिंह पुरी ने केंद्र में तीन महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री के रूप में शपथ ले ली है। आमतौर पर चुनाव में हार-जीत के बाद नेता बेफिक्र हो जाते हैं, लेकिन औजला व पुरी 2024 में होने वाले चुनाव में जीत के लिए अभी से ग्राउंड तैयार करने में जुट गए हैं।

दरअसल, शहरी आवास मंत्रालय का प्रभार मिलने के बाद हरदीप पुरी की पावर बढ़ गई है। बेशक इस चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा, पर अगले लोकसभा चुनाव में जीत के लिए उन्होंने अभी से जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। हरदीप पुरी ने गुरु नगरी के साथ इमोशनल अटेचमेंट होने की बात कहकर इस ओर इशारा किया है कि अगले चुनाव में भी वह इसी संसदीय सीट से उतरेंगे और जीत का सेहरा सजाएंगे। हालांकि प्रत्यक्ष रूप से पुरी यही कहते हैं कि मैंने इस बार टिकट नहीं मांगी थी, पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा था।

बीते शनिवार को अमृतसर पहुंचे हरदीप पुरी ने साफ किया था कि वह अमृतसर से जुड़े रहेंगे। अमृतसर के लोगों को केंद्र द्वारा प्रदत्त सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। वह गुरु नगरी के सेवादार बनकर काम करेंगे। आगामी एक सप्ताह के भीतर 'पुरी फॉर गुरु दी नगरी' वेबसाइट लांच कर रहे हैं, जिसके माध्यम से गुरु नगरी के लोग उनसे सीधे कनेक्ट होकर अपनी बात, शिकायत एवं सुझाव रख सकेंगे। इन शिकायतों का समाधान भी होगा। यहीं बस नहीं, चुनाव घोषणापत्र में उन्होंने जो दावे अथवा वायदे किए थे वह भी पूरे होंगे।

आमतौर पर पराजित होने के बाद नेता संसदीय क्षेत्र से कट जाते हैं, पर पुरी ने अमृतसर से जुड़े रहने की बात कहकर यह स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह अगले पांच सालों तक इस शहर के लिए कुछ अलग करेंगे। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पुरी का रुतबा और पावर बढ़ी है। अरबन डेवलपमेंट, सिविल एविएशन व इंडस्ट्री एंड कॉमर्स जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार मिलने के बाद पुरी अमृतसर को इन तीनों विभागों द्वारा जारी योजनाओं का लाभ देंगे। ये सभी बातें इस ओर इंगित कर रही हैं कि पुरी अगले चुनाव में भी इसी संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी बनकर उतरेंगे। दूसरी तरफ गुरजीत सिंह औजला भी अगले पांच वर्षों में चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। लोकसभा चुनाव में हरदीप सिंह पुरी को 99,626 मतों से परास्त करने वाले औजला ने चुनाव जीतने के बाद ही फील्ड में कमान संभाल ली है। सर्वप्रथम उन्होंने गुरुनानक देव अस्पताल में पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। वहीं मेडिकल सुपरिटेंडेंट से बातचीत कर कमियों के विषय में जाना। उन्होंने अस्पताल के विकास के लिए ग्रांट देने की बात भी कही। इसके बाद कंपनी बाग में सैर के बहाने लोगों से रूबरू होकर यह बताया कि अगले पांच वर्ष तक वह किस तरह गुरु नगरी का विकास करेंगे। गुरजीत सिंह औजला की जीत की वजह जनता के साथ चलना था। 2017 के उपचुनाव में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी राजिदर मोहन सिंह छीना को शिकस्त दी थी। दूसरी तरफ पुरी को केवल 19 दिन का समय चुनाव प्रचार के लिए मिला था। इस अवधि में उन्होंने कड़ा मुकाबला दिया। पुरी स्वयं यह मानते हैं कि उन्हें प्रचार के लिए कम समय मिला। इसके बावजूद उन्होंने 1 प्रतिशत वोट हासिल किए।

बहरहाल, इस चुनाव में हार-जीत के बाद दोनों नेता अगले पड़ाव की ओर अभी से निकल गए हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत का सेहरा किसके सिर सजता है, यह भविष्य के गर्भ में है। पुरी की आमद पर नहीं दिखे भाजपाई मंत्री पद की शपथ लेने के बाद गुरु नगरी पहुंचे हरदीप सिंह पुरी के स्वागत में भाजपाई दूर दूर तक दिखाई नहीं दिए। शिअद व्यापार विग के माझा प्रधान राजिदर मरवाहा के अलावा भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रीना जेतली ही एयरपोर्ट पर पहुंची थी। जेटली को भी मरवाहा द्वारा सूचना दी गई थी। भाजपा के किसी नेता को भी पुरी के आने की कोई सूचना नहीं थी। जिला प्रधान आनंद शर्मा ने भी इसकी पुष्टि की कि पुरी के आने की कोई सूचना जिला कार्यालय के पास नहीं थी। बताते चले कि पुरी और भाजपा में रहा गेम भी उनकी हार के अहम कारणों में से एक था और वह गैप अभी भी दूर होता दिखाई नहीं दे रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.