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रावी दरिया पर पुल बनने तक किसानों के लिए वैकल्पिक प्रबंध करें:

। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन (बीआरओ) अधिकारियों के साथ वीरवार को बैठक की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Apr 2020 12:02 AM (IST)Updated: Fri, 17 Apr 2020 06:08 AM (IST)
रावी दरिया पर पुल बनने तक किसानों  के लिए वैकल्पिक प्रबंध करें:
रावी दरिया पर पुल बनने तक किसानों के लिए वैकल्पिक प्रबंध करें:

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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अजनाला के गांव घनोवाल के निकट रावी दरिया पर बन रहे कसोवाल पुल के निर्माण कार्यों में हुई देरी के चलते किसानों को पेश आ रही मुश्किलों को लेकर सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन (बीआरओ) अधिकारियों के साथ वीरवार को बैठक की। पुल बना रही एजेंसी के अधिकारियों को सांसद औजला ने इसके निकटतम गांवों के किसानों की मुश्किलों के हल के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। बीआरओ के 141 डीएमसी के कमांडिग मेजर प्रदुमण राव बैठक में मौजूद थे।

औजला ने बताया कि कसोवाल पुल के निर्माण में देरी के चलते सीमांत क्षेत्र के बहुत से गांवों के किसानों की करीब आठ हजार एकड़ गेहूं की फसल के मंडीकरण में मुश्किल आ रही है। सीमांत क्षेत्र के किसानों द्वारा मामला ध्यान में लाए जाने के बाद उन्होंने मुआयना किया था। सांसद ने पुल के शुरू न होने पर किसानों की सुविधा के लिए सहयोगी प्रबंधों की व्यवस्था करने की हिदायतें दी। ताकि किसान गेहूं की फसल आसानी से मंडियों में ले जा सकें।

बीआरओ के अधिकारी मेजर प्रदुमण राव ने सांसद से कहा कि किसानों को गेहूं की फसल के मंडीकरण में किसी भी तरह की मुश्किल नहीं आने देंगे। पुल शुरू होने तक किसानों की सुविधा के लिए वैकल्पिक प्रबंध किए जाएंगे। इस बीच, डिप्टी कमिश्नर ने किसानों की सुविधा के लिए घनेवाल में बने ड्रमों के पुल को गांव दरिया में शिफ्ट करने की भी मांग की।


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