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तरनतारन रोड फ्लाईओवर बनाने में देरी, औजला ने दिए जल्द मुकम्मल करने के निर्देश

। तरनतारन रोड पर बनाए जा रहे फ्लाईओवर में हो रही लगातार देरी की खबरों के बीच सासद गुरजीत सिंह औजला सोमवार को मौके का जायजा लेने पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 12:44 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 12:44 AM (IST)
तरनतारन रोड फ्लाईओवर बनाने में देरी, औजला ने दिए जल्द मुकम्मल करने के निर्देश
तरनतारन रोड फ्लाईओवर बनाने में देरी, औजला ने दिए जल्द मुकम्मल करने के निर्देश

रविंदर शर्मा, अमृतसर

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तरनतारन रोड पर बनाए जा रहे फ्लाईओवर में हो रही लगातार देरी की खबरों के बीच सासद गुरजीत सिंह औजला सोमवार को मौके का जायजा लेने पहुंचे। देरी के लिए काट्रेक्चुअल कंपनी की खिंचाई की, वहीं उन्होंने आस-पास के गावों की सुविधा के लिए बंद पड़े रेलवे फाटक को पब्लिक के लिए खोलने को कहा। उन्होंने दावा किया कि इसके लिए अगर उन्हें फिरोजपुर रेलवे डिवीजन भी जाना पड़ा तो वे जाएंगे। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमाशु अग्रवाल, पंजाब वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन परगट सिंह धुन्ना, एक्सईएन पंकज जैन और एसडीएम विकास हीरा भी उपस्थित थे।

सासद औजला ने फ्लाई ओवर में देरी के लिए अपनी सरकार और प्रशासन की भी गलती को माना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तरनतारन रोड पर बनने वाला फ्लाईओवर बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है और अपने-आप में माझा इलाका में यह पहला फ्लाइओवर होगा, जिसके मध्य में चौक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई प्रोजेक्ट जितना बड़ा होगा, लोगों को परेशानिया उतनी ज्यादा होंगी।

उन्होंने सुब्रामण्यम स्वामी द्वारा श्री करतारपुर कॉरिडोर पर दिए विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को अपनी स्पष्टीकरण देना चाहिए। कि उक्त बयान पार्टी का है या सुब्रामण्यम स्वामी का अपना। इस मौके पर पीडब्ल्यूडी व अन्य विभागों के सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे। 113 करोड़ से हो रहा निर्माण ढाई किलोमीटर तक बनाए जाने वाले यह फ्लाईओवर प्रोजेक्ट 113 करोड़ का है। जिसमें निर्माण की शुरुआत मार्च 2017 में हुी थी। जबकि ब्रह्मपुत्रा

इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की तरफ से बनाए जा रहे इस पुल की औपचारिक शुरुआत 23 मई को तत्कालीन सासद गुरजीत सिंह औजला और विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया ने की थी। पीडब्ल्यूडी की ओर से अपर बारी दोआब कनाल (यूबीडीसी) पर 40 फीट ऊंची रोटरी बनाई जानी है। 66 केवी की तार ने किया काम प्रभावित कंपनी के हैड पीके वर्मा ने दावा किया कि फ्लाइओवर में देरी का कारण

रेलवे लाइनों के पास से निकलने वाली 66केवी की तारें थी। अगर इन्हें समय पर शिफ्ट कर दिया जाता तो इसका निर्माण काम तीन माह पहले मुकम्मल किया जा सकता था। एक साल पहले उन्होंने पंजाब पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन

को पत्र लिख इन तारों को हटाने को कहा था। इसके लिए बनती राशि भी

कारपोरेशन को जमा करवा दी थी। इन 66केवी तारों को पिछले सप्ताह ही हटाया जा सका है और अगर इसे समय पर हटा लिया होता तो तीन माह का समय बच सकता था। आसपास के दुकानदारों का धंधा चौपट

जिस जगह यह फ्लाईओवर बनाया जा रहा है, वह अमृतसर नगर निगम के वार्ड-39 में है और यह एरिया अमृतसर साउथ विधानसभा हलका में आता है। इलाका के दुकानदारों का कहना है कि जब से फ्लाइओवर का निर्माण शुरु हुआ है तब से उनका धंधा चौपट होने लगा है। बार-बार कहने के बावजूद फ्लाईओवर बना रही कंपनी का ठेकेदार सर्विस रोड की मरम्मत पर ध्यान नहीं दे रहा। सासद के सामने लोगों ने लगाए रेलवे के खिलाफ नारे

सासद गुरजीत सिंह औजला ने आज जब तरनतारन रोड स्थित रेलवे फाटक का दौरा किया, तो वहा पहले से इकट्ठा हो चुके लोगों का रेलवे के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा । क्योंकि रेलवे ने अपना फाटक बंद कर रखा है। इलाकावासियों ने सासद के सामने ही रेलवे मंत्रालय के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। औजला ने लोगों को भरोसा दिया कि उन्हें राहत दिलाने के लिए अगर दिल्ली में केंद्रीय सरकार के साथ बात करनी पड़ी तो वे करेंगे।


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