अमृतसर एयरपोर्ट व पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा, सेना ने सुरक्षा घेरा बढ़ाया
पंजाब में आतंकी वारदात कराने की कोशिशों के कारण खतरा बढ़ गया है। अमृतसर एयरपोर्ट और पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा है। इस कारण सेना ने सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है।
अमृतसर, जेएनएन। पाकिस्तान पंजाब में आतंकी हमला कराने की बड़ी साजिश रच रहा है। पाकिस्तानी ड्रोन से हथियार भेजे जाने और खालिस्तानी आंतकियों व गैंगस्टरों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला हे किअमृतसर के राजासांसी स्थित श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और पठानकोट एयरबेस पर फिदायीन हमले की आशंका है। इसके बाद सेना ने एयरपोर्ट और पठानकोअ एयरफोर्स स्टेशन पर अपना सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है।
एक-एक वाहन और हर सामान की तलाशी के बाद ही एयरपोर्ट की ओर जाने की इजाजत
गौरतलब है कि जनवरी 2016 में आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला किया था, जिसमें सात सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे और एक नागरिक भी मारा गया था। पिछले दिनों सीमा क्षेत्र से मिले हथियारों के जखीरे के बाद कुछ आत्मघाती आतंकियों के भी घुसपैठ की सूचना है। श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को सेना के हवाले कर दिया गया है और लोगों को गहन जांच के बाद ही एयरपोर्ट की तरफ जाने दिया जा रहा है।
यात्रियों को निर्धारित समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचने को कहा गया है। सेना के साथ ही एयरपोर्ट की आंतरिक सुरक्षा सीआइएसएफ संभाल रही है, जबकि बाहरी क्षेत्र में पंजाब पुलिस के कमांडो स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की तैनात की गई है। यहां आने वाली हर फ्लाइट पर भी खास नजर रखी जा रही है। दूसरी ओर, पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन के बाहर भी सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। सेना ने पूरे क्षेत्र को अपने घेरे में ले लिया है। पूरे क्षेत्र की गहन निेगरानी की जा रही है।
अमृतसर एयरपोर्ट के बाहर वाहनों की जांच करते पुलिसकर्मी।
किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी
डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों, पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह, एयरफोर्स के अधिकारी एयरपोर्ट की सुरक्षा को रिव्यू करने के लिए पहले ही बैठक कर किसी भी आपात स्थिति से निपटने की रणनीति तैयार कर चुके हैं। आस-पास के गांवों के सरपंचों को कोई संदिग्ध दिखने पर तुरंत सूचना देने को कहा गया है।
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केजेडएफ के आतंकी आकाशदीप से जेल में हुई थी साजन की मुलाकात
दूसरी ओर, पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये हथियारों की आई खेप को ठिकाने लगाने के मामले में गिरफ्तार किए गए खालिस्तानी आतंकी साजनप्रीत सिंह को अदालत में पेश किया गया। उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने 7 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया। जांच में सामने आया कि आतंकी साजनप्रीत पहले चोरी के मामले में पांच माह जेल काट चुका है। जेल के अंदर ही उसकी मुलाकात खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी आकाशदीप सिंह के साथ हुई थी। वहीं से आरोपितों में दोस्ती हुई और जेल से जमानत पर छूटने के बाद उन्होंने आतंकियों के साथ मिलकर पाक से आई हथियारों की खेप को ठिकाने लगाना था।
पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के अधिकारी ने बताया कि गांव बंडाला और हाल निवासी कोट खालसा निवासी साजनप्रीत सिंह कि कुछ समय पहले ही आकाशदीप के साथ दोस्ती हुई थी। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप यहां (भारतीय क्षेत्र) पहुंची, तो आकाशदीप ने साजनप्रीत को झब्बाल क्षेत्र में चलने के कहा था। दोनों ने अपने अन्य साथी आतंकियों के साथ मिलकर पहले हथियारों की खेप को सुरक्षित जगह पर रखा और फिर ड्रोन को जलाकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था। उधर, ड्रोन से हथियार मंगवाने के मामले में आठों आतंकियों से ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में देश की सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
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साजनप्रीत सहित दो को उठाया था खुफिया शाखा ने
बताया जा रहा है कि जब खुफिया शाखा ने मंगलवार देर रात खालसा कॉलेज के पास से उसे गिरफ्तार किया, तो वह अपने एक अन्य दोस्त के साथ था। पुलिस को आशंका थी कि साजन के साथ उसके दोस्त ने भी हथियारों की खेप को ठिकाने लगाने में अहम रोल अदा किया है। मगर, रातभर की गई पूछताछ के बाद साजन के दोस्त पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ, तो पुलिस ने उसे रिहा कर दिया।
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