सीकेडी का सम्मान बहाल करना मुख्य मकसद : निर्मल ¨सह
अमृतसर चीफ़ खालसा दीवान की 2 दिसंबर को होने वाले चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। इसी के चलते अणखी गुट ने बैठक कर चुनावों की भावी रणनीति पर विचार चर्चा की गई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
चीफ़ खालसा दीवान की 2 दिसंबर को होने वाले चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। इसी के चलते अणखी गुट ने बैठक कर चुनावों की भावी रणनीति पर विचार चर्चा की गई।
अणखी ग्रुप के साथ संबंधित अध्यक्ष पद के लिए खड़े उम्मीदवार निर्मल ¨सह ठेकेदार और आनरेरी सचिव के सुरिन्दर ¨सह रुमाल्या वाला ने समर्थकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उम्मीदवारों ने कहा कि उनके ग्रुप का मुख्य मकदस चीफ़ खालसा दीवान पुरानी विश्वसनीयता और सम्मान को दोबारा बहाल करना है।
उन्होंने कहा कि दीवान के साथ सम्बधित नेताओं की सामने आईं अनैतिक घटनाओं ने दीवान के अक्स को काफ़ी गिरा दिया है। दीवान की सारी कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लाना उनके मुख्य एजेंडे में है। 1920 में रजिस्टर हुई संस्था चीफ़ खालसा दीवान को जैसे एक चैरीटेबल संस्था बना कर कुछ लोगों ने अपनी मालीकी बनाने की गलत चाल चली है उसे फिर पंथक विरासत का दर्जा दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज सिख विद्यार्थियों को समय के साथ चलने के योग्य बनाना हमारा फर्ज है। उस के लिए वह फीस कम करने के साथ साथ गुरसिख व गरीब परिवारों के बच्चो को रोजगारपरक व फ्री शिक्षा प्रदान करेंगे। बैठक में राजमहेन्दर ¨सह मजीठा चांसलर खालसा कॉलेज, भाग ¨सह अणखी, निर्मल ¨सह ठेकेदार, सुरिन्दर ¨सह रुमालों वाला, इंदरबीर ¨सह निज्जर, अमरजीत ¨सह लुधियाना, सुखदेव ¨सह मत्तेवाल, सविन्दर ¨सह कत्थूनंगल पूर्व विधायक, राजिन्दर ¨सह मरवाहा, अजायब ¨सह अभ्यासी, ¨प्रस सुखजिन्दर ¨सह, जसपाल ¨सह ढिल्लों, प्रो. हरी ¨सह, अवतार ¨सह, अतर ¨सह चावला, जतिन्दर ¨सह भाटिया आदि मौजूद थे।