टेंडर भी न खत्म कर पाया बेसहारा पशुओं व कुत्तों का डर
शहर में घूम रहे बेसहारा पशु और आवारा कुत्ते आम लोगों के लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण हैं मगर समस्या के हल के लिए प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : शहर में घूम रहे बेसहारा पशु और आवारा कुत्ते आम लोगों के लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण हैं मगर समस्या के हल के लिए प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। पशुओं के कारण आए दिन लोग जख्मी हो रहे हैं। कहीं पर कुत्तों की भरमार है तो कहीं पर गाय, भैंसों की। यह छोटे-छोटे बच्चों को शिकार बना रहे हैं। जब बच्चे गली-मोहल्लों में खेल रहे होते हैं तो पशु एकदम से उन पर हमला कर देते हैं। इस कारण कई बार बच्चे व महिलाएं जख्मी भी हुई हैं। यह सब जानते हुए भी प्रशासन आंखे मूंदकर बैठा है और शैल्टर बनाने की केवल बातें की जा रही हैं मगर गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। हालांकि नगर निगम की ओर से नए शैल्टर बनाने संबंधी हाउस से मता पास करवाया। लेकिन अभी तक इन पर काम शुरू नहीं हो पाया हैं। गौर हो कि मौजूदा समय में पूरे शहर में 50 हजार के करीब बेसहारा पशु और 2 लाख के करीब आवारा कुत्ते घूम रहे हैं जोकि न केवल लोगों की जान के दुश्मन बने हैं, बल्कि गंदगी का भी सबसे बड़ा कारण हैं। दूसरी ओर नगर निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि निगम की जो गोशाला है वह पशुओं से भर चुकी हैं। नई गोशाला के लिए नगर निगम ने छेहरटा में जमीन खरीद ली है। उसका काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसके अलावा फताहपुर में एक गोशाला बनाई जानी हैं। इन दोनों के लिए अलग-अलग संस्थाओं से बात चल रही हैं। जोकि गोशाला में आने वाली गाय व अन्य पशुओं की सांभ-संभाल कर सकें। इसके अलावा लहौरी गेट में कुत्तों की नसबंदी के लिए सेंटर बनाने की प्रपोजल पास हो चुका हैं। इसका टेंडर लगाया हैं लेकिन अभी तक कोई भी ठेकेदार नहीं मिल रहा।
आरटीओ दफ्तर दे चुका है एक करोड़ सेस
सरकार की ओर से विभिन्न विभागों को काऊ सेस लगाया है। जोकि नगर निगम को अदा करना होता है। आरटीओ विभाग में मिलने वाली विभिन्न सेवाओं पर यह सेस लगा है और इसे लगातार अदा भी किया जा रहा है। अभी तक निगम के गल्ले में आरटीओ की तरफ से एक करोड़ का सेस जमा हो चुका हैं, लेकिन इसके बाद भी आम लोगों को परेशान होना पड़ रहा हैं।
गत दिन महिला पर कुत्तों ने बोला था हमला
कुछ दिन पहले चाय व्यापारी हरीश अग्रवाल की पत्नी साक्षी अग्रवाल वासी कटड़ा जैमल सिंह किसी काम से गई थी। जब वह लौट रही थी तो सड़क पर आवारा घूम रहे करीब 8-10 कुत्तों ने साक्षी को नोच लिया और बुरी तरह से टांगों पर काट दिया। इससे वह गंभीर रुप से जख्मी हो गई थी। तब से लेकर साक्षी के मन में डर का माहौल बना हुआ हैं और अकेले घर से बाहर निकलने से भी कतराती हैं।