शिक्षा विभाग में दस साल से काम कर रहे मुलाजिमों ने मांगी पक्की नौकरी
शिक्षा विभाग के कच्चे मुलाजिमों ने की पक्के करने की मांग 14 मार्च को शिक्षा मंत्री के शहर में रोष प्रदर्शन का ऐलान फोटो-2 संवाद सहयोगी अमृतसर शिक्षा विभाग में पिछले 10-12 वर्षों से काम कर रहे मुलाजिमों को रेगुलर करने के लिए सरकार लगातार टालमटोल की नीति अपना रही है। सरकार के गठन के तुरंत बाद कांग्रेस ने वायदा किया था कि कच्चे मुलाजिमों को स्थायी किया जाएगा। एसएसए के तहत काम करने वाले अध्यापकों को एक अप्रैल 201
संवाद सहयोगी, अमृतसर: शिक्षा विभाग में पिछले 10-12 सालों से काम कर रहे मुलाजिमों को रेगुलर करने के लिए सरकार लगातार टालमटोल की नीति अपना रही है। मुलाजिमों ने सरकार की बेरुखी से तंग आकर गोल्डन एवेन्यू स्थित बीईओ कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर भड़ास निकाली। दफ्तरी मुलाजिमों ने ऐलान किया कि 14 मार्च को शिक्षा मंत्री के शहर में प्रदेश स्तरीय रैली की जाएगी।
प्रधान विकास कुमार, गुरप्रीत सिंह, विनय शर्मा, रजनीश, चरणजीत सिंह, उमा देवी, करणदीप ने कहा कि सरकार के गठन के तुरंत बाद कांग्रेस ने वायदा किया था कि कच्चे मुलाजिमों को स्थायी किया जाएगा। एसएसए के तहत काम करने वाले अध्यापकों को एक अप्रैल 2018 से विभाग ने स्थायी कर दिया था, पर अध्यापकों से पहले से काम कर रहे दफ्तरी कर्मचारियों को अनदेखा कर दिया। शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला द्वारा मुलाजिमों को कई बार भरोसा दिया गया कि जल्द ही मुलाजिमों को पक्का कर दिया जाएगा, पर आज तक मसला लटका हुआ है। नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कार्रवाई मुकम्मल की जा चुकी है, पर सरकार पक्का करने की बजाय कर्मचारियों की दूरदराज बदली करके नौकरी छोड़ने को मजबूर कर रही है। मुलाजिम विरोधी सरकार की नीति को सहन नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर तनवीर सिंह, अनिल शर्मा, मनिदर कौर, मनप्रीत सिंह, नरिदर कौर, जोती, गौरव शर्मा आदि मौजूद थे।