दूसरों की मदद करने की सोच आपको खुशी रखेगी : ¨प्र. निर्मल बेदी
अमृतसर दुनिया के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ¨हदी समाचार पत्र दैनिक जागरण की ओर से संस्कारशाला के तहत प्रकाशित लेख ¨जदगी का लक्ष्य खुश रहना के बारे में ब्राइटवे होली इनोसेंट स्कूल में आयोजित की गई असेंबली में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
दुनिया के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ¨हदी समाचार पत्र दैनिक जागरण की ओर से संस्कारशाला के तहत प्रकाशित लेख ¨जदगी का लक्ष्य खुश रहना के बारे में ब्राइटवे होली इनोसेंट स्कूल में आयोजित की गई असेंबली में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। विद्यार्थियों को जानकारी दी गई कि दैनिक जागरण में 23 अक्टूबर के संस्करण में प्रसन्नता के मंत्र नामक लेख भी प्रकाशित हुआ है। विद्यार्थी उस लेख को पढे़ं और इस पर जीवन में अमल करें। इस मौके पर बच्चों को विस्तार से संस्कारशाला के तहत प्रकाशित हो रहे लेखों के बारे में भी बताया गया। ¨प्रसिपल निर्मल ¨सह बेदी ने कहा कि बच्चे तनाव में पढ़ाई न करें। हल्के मूड में पढ़ाई आपके लिए लाभदायक रहेगी। जीवन में खुश रहेंगे तो मुश्किलें स्वत ही दूर हो जाएंगी। ¨प्रसिपल निर्मल ¨सह बेदी ने कहा कि दूसरों के लिए हमेशा अच्छा करो। यह तुम्हें खुशी देगा। दूसरों की मदद करने से तुम खुशहाल होंगे। प्रसन्नता मन की एक अवस्था है और यह हमारे अपने ऊपर है कि हम स्थितियों से कैसे निपटते हैं। जीत या हार को कैसे स्वीकार करते हैं। इसलिए दोस्त हमेशा मुस्कुराते रहो।
¨प्रसिपल निर्मल ¨सह बेदी ने लेख में प्रकाशित पात्र श्रेय के बारे में बताया और उसकी बातों का भी जिक्र किया। ¨प्रसिपल निर्मल बेदी ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को अपील की है कि वह जीवन में सकारात्मक सोच को अपनाएं। ऐसी सोच आपको सफलता की ओर अग्रसर करेगी। दवा से अधिक खुश रहना जीवन में सभी रोगों को दूर करने में सहायक है। ¨जदगी को कभी बोझ न समझें और हंसी- खुशी जीवन में आगे बढ़ें। दूसरों की मदद की धारणा आपको अधिक खुशी प्रदान करेगी। दूसरों के बारे में बुरा न सोचें।
इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता के गुर भी सुझाए और नैतिक बातों पर अमल करने के लिए कहा। बच्चों ने संकल्प लिया कि वह जीवन में हमेशा खुश रहेंगे और तनाव को अपने जीवन में हावी नहीं होने देंगे। माता-पिता की आदेश का पालन खुशी खुशी करेंगे।