बाबा नानक का संदेश 13 नाटकों के जरिए देंगे भारत-पाक के फनकार
अमृतसर 'तेरा तेरा' का उपदेश देने वाले सिख धर्म के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 549वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भारत-पाक ने फनकार 13 नाटकों के जरिए लोगों को बाबा नानक का संदेश पहुंचाएंगे।
हरदीप रंधावा, अमृतसर
'तेरा तेरा' का उपदेश देने वाले सिख धर्म के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 549वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भारत-पाक ने फनकार 13 नाटकों के जरिए लोगों को बाबा नानक का संदेश पहुंचाएंगे। इन नाटकों का सिलसिला 15 दिसंबर से शुरू होगा। भारत-पाक में आपसी नफरत को दूर करने की पहल करते हुए दोनों मुल्कों के कलाकार अपने-अपने ढंग से प्रकाश पर्व मनाएंगे। सरहद के इस पार और उस पार बाबा जी के संदेशों, उपदेशों और फलसफे पर आधारित नाटक पेश किए जाएंगे, जोकि गुरु नगरी के रंग मंच व लाहौर के अजोका थिएटर की अनोखी पहल है।
वीजा प्रणाली में सरकारें भी हों नर्म
पंजाब संगीत नाटक अकेडमी व मंच रंगमंच के डायरेक्टर केवल धालीवाल ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि लाहौर के अजोका थिएटर ग्रुप के डायरेक्टर शाहिद नदीम उक्त मिशन में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। नाटकों को लेकर शाहिद नदीम के साथ विचार विमर्श करके पहले से ही तैयारी कर चुके हैं। अब दोनों देशों की सरकारों ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मंजूरी दे दी है ऐसे में फिर से उम्मीद जगने आपसी संबंध बेहतर होने का आसार हैं। धालीवाल ने कहा कि भारत-पाक सरकारों ने राजनीति से ऊपर उठकर प्रकाश पर्व पर उपहार देते हुए लांघा खोलने की घोषणाएं की है और अब दोनों ही सरकारों को वीजा प्रणाली में भी नर्म होना चाहिए, ताकि फनकार अपने कला के जरिए बाबा नानक का प्रकाश पर्व हर्षोल्लास से मना सकें। जबकि दोनों ही देशों के फनकारों को एक-दूसरे के देश में आने-जाने के लिए आमंत्रण देने के लिए बैठकें चल रही हैं, जो नाटकों की पूरी तैयारी होने पर साफ होगा।
गुरु जी के चरण छोह स्थानों पर नाटक होंगे पेश
श्री गुरु नानक देव जी के 549वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में पेश किए जाने वाले 13 नाटकों में 8 नाटक केवल धालीवाल व उनके साथियों ने लिखे हैं। जबकि 5 नाटक शाहिद नदीम व उनके साथी लिख कर तैयारियों में जुटे हुए हैं। पंजाब नाटक अकेडमी के सहयोग से आयोजित सभी नाटक गुरु जी के सिद्धांतों जो वर्तमान में भी प्रासंगिक हैं पर आधारित होंगे, उसमें विरसा विहार सोसायटी भी अपना सहयोग कर रही है। नारी सम्मान, आपसी सद्भाव, समानता, सेवा व सिमरन आदि विषयों पर आधारित नाटकों के शुभारंभ का सिलसिला सुल्तानपुर लोधी से शुरु होगा। धालीवाल के मुताबिक साल भर चलने वाले नाटकों का सिलसिला भारत और पाकिस्तान के उन प्रमुख स्थानों पर जारी रखा जाएगा, जिन-जिन स्थानों को गुरु जी की चरण छोह प्राप्त है। उन्होंने कहा बाबा नानक के संदेशों, उपदेशों और फलसफे पर आधारित नाटकों का सिलसिला करतारपुर साहिब के मुख्य समागम में संपन्न होगा।