पूरे वेतन की मांग को लेकर अध्यापकों ने मनाई काली दीवाली
अमृतसर सांझा अध्यापक मोर्चा ने दीवाली पर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर काली दीवाली मनाई।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
सांझा अध्यापक मोर्चा ने दीवाली पर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर काली दीवाली मनाई। अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की और सरकार को कोसा।
सांझा अध्यापक मोर्चा ने आरोप लगाया कि पटियाला में पक्का मोर्चा लगाकर बैठे अध्यापकों द्वारा चलाई जा रही भूख हड़ताल के मद्देनजर सरकार बातचीत के बुलावे से मुकर गई है। अध्यापकों की ओर से पूरे वेतन की मांग को लेकर सांझा अध्यापक मोर्चा ने अमृतसर में काली दीवाली मनाई।
इस अवसर सभी श्रेणियों के अध्यापकों ने काली पट्टियां बांध कर भंडारी पुल से लेकर जलियांवाला बाग तक सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकाला। इस मौके पर यूनियन के कनवीनर गु¨रदर ¨सह तरनतारन,बलकार ¨सह वलटोहा की अगवाई में सैकड़ों अध्यापकों ने रोष मार्च में भाग लिया। संगठन के नेताओं ने अध्यापकों को संबोधित करते हुए शिक्षा विभाग को मसले का हल ढूंढने की मांग की। उन्होंने कहा कि संघर्ष कर रहे अध्यापकों की सरकार द्वारा की जा रही बदलियां सरकार की हताशा का प्रतीक है। इस को तुरन्त बंद करना चाहिए। सरकार द्वारा पक्का करने के नाम पर अध्यापकों की पगार में कटौती से अध्यापकों का सारा बजट लड़खड़ा गया है और उनको आर्थिक बदहाली का सामना करना पड़ रहा है।
इस मौके पर जनमनजीत ¨सह छज्जलवड्डी, विक्रमजीत ¨सह शाह, अर¨जदर ¨सह कलेर, मंगल टांडा, अश्विनी अवस्थी, कारज ¨सह कैरों, गुरदीप ¨सह बाजवा, लख¨वदर ¨सह गिल,मलकीत ¨सह,ओंकार ¨सह,नछत्तर ¨सह तरनतारन,पुनीत जोशी आदि शामिल थे।