एसएस छीना प्रधान और सुभाष अरोड़ा उपाध्यक्ष बने
अमृतसर सर्विस क्लब के चुनाव में रविवार देर रात घोषित किए गए परिणाम में एसएस छीना को प्रधान जबकि सुभाष अरोड़ा को उपाध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
सर्विस क्लब के चुनाव में रविवार देर रात घोषित किए गए परिणाम में एसएस छीना को प्रधान जबकि सुभाष अरोड़ा को उपाध्यक्ष घोषित कर दिया गया। छीना गुट ने अपने प्रतिद्वंद्वी डॉ. हकूमत राय ग्रुप को क्लब के चुनाव में शिकस्त दी है।
इससे पहले चुनाव के दौरान रिकार्ड 70 प्रतिशत मतदान हुआ। शांतिपूर्वक हुए चुनाव में वोटरों ने वोट डालने में काफी दिलचस्पी दिखाई। पहले पांच घंटे तक ही मतदान 45 प्रतिशत से अधिक हो चुका था, इसी तरह शेष पांच महत्वपूर्ण समय के दौरान भी 35 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। सुबह 10 बजे शुरु हुए मतदान के तुरंत बाद मतदाताओं का मतदान केंद्र तक पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था, रविवार छुट्टी का दिन होने के चलते शुरुआत के दो घंटों में मतदान धीमा रहा, लेकिन दोपहर 12 बजे से मतदान ने रफ्तार पकड़ ली तथा मतदान केंद्र (सर्विस क्लब) तक कारों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। क्योंकि सर्विस क्लब के अधिकांश सदस्य (मतदाता) समाज के उच्च वर्ग से संबंधित हैं, इसलिए वे मतदान केंद्र तक अपनी निजी गाडि़यों में ही मतदान करने पहुंचे हुए थे। मतदान के लिए चार बूथ सर्विस क्लब के भीतर बनाए गए थे, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मौजूदा माहौल के तहत पुलिस कमियों ने मतदान केंद्र स्थल (सर्विस क्लब मुख्य द्वार) पर मेटल डिटेक्टर लगा रखे थे, उक्त प्वाइंट पर सदस्यों की चे¨कग के बाद ही उन्हें मतदान बूथ तक जाने की इजाजत दी गई। सदस्यों के मतदान के लिए
पहचान-पत्र अनिवार्य किया गया था, पहचान-पत्र देखने के बाद ही मतदान का अधिकार दिया गया। मतदान केंद्र से कुछ गज की दूरी पर एसएस छीना तथा डॉ. अदलखा ग्रुप ने मतदाओं की आवभगत का प्रबंध किया था। उनके लिए दोनों गुटों ने ही चाय- भोजन का मुकम्मल प्रबंध कर रखा था। सबसे पहले दोनों गुटों से उम्मीदवार एसएस छीना एवं डा. हकूमत राय ने अपने -अपने पक्ष में वोट डाले। देखते ही देखते अन्य उम्मीदवारों ने भी मतदान का काम जल्दी से निपटा लिया। उसके बाद सुबह करीब 11 बजे दोनों प्रधान पद के दावेदार अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र से बाहर वोटरों का स्वागत करने में जुट गए, दोनों ने ही यहीं पर कुर्सियां-मेज लगाकर यहीं पर डेरा डाल लिया ताकि मुस्कराते हुए मतदाताओं का स्वागत किया जा सके तथा उन्हें अपने अपने पक्ष में वोट डालने की अंतिम अपील की जा सके। मतदान केंद्र के बाहर भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे, परिसर के बाहर बेरिकेड लगाए गए थे, पुलिस अधिकारी खुद प्रत्येक आने-जाने वाले की गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए थे। इस जगह पर क्लब सदस्यों की पूरी चहल-पहल थी, सभी अपने-अपने पक्ष के उम्मीदवारों की जीत के कयास लगा रहे थे। एक-दूसरे से बार-बार वो¨टग प्रतिशत की भी बराबर जानकारी ले रहे थे। मतदान केंद्र से मतदान कर सदस्य या पदाधिकारी जैसे ही बाहर आते, वे उनसे मतदान प्रतिशत की जानकारी हासिल करे का प्रयास करते थे। सुबह 10 से जारी मतदान रात 8 बजे तक समाप्त हुआ। इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। महिला सदस्यों ने भी मतदान में भाग लिया।