सत्कार कमेटी का शिष्टमंडल आइजी को मिला
अमृतसर गांव अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में हुए बम धमाके के बाद पुलिस द्वारा कुछ लोगों को शक के आधार पर हिरासत लेने के मामले में श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी पंजाब तथा लोक इंसाफ पार्टी का एक शिष्टमंडल बार्डर रेंज के आइजी एसपीएस परमार को मिला।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
गांव अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में हुए बम धमाके के बाद पुलिस द्वारा कुछ लोगों को शक के आधार पर हिरासत लेने के मामले में श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी पंजाब तथा लोक इंसाफ पार्टी का एक शिष्टमंडल बार्डर रेंज के आइजी एसपीएस परमार को मिला। शिष्टमंडल में शामिल नेताओं ने आइजी से आग्रह किया कि वह धार्मिक कार्यों में संलिप्त सिख नौजवानों को बिना वजह परेशान ना करें। आइजी से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगजोत ¨सह खालसा तथा सुखजीत ¨सह घोषे ने बताया कि अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में हुआ बम धमाका एक दुखदायी घटना है। उनका संगठन मृतकों के परिवारों के साथ है तथा जिन लोगों ने यह कांड किया है, उन दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए। इस बम कांड के बाद उनके संगठन के कई सदस्यों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। जिनमें राजन ¨सह, कुलदीप ¨सह मोदे, सतनाम ¨सह, गुरदयाल ¨सह, मंजीत ¨सह झब्बाल, गुरजंट ¨सह व अन्य एक दर्जन से अधिक सदस्य है। पुलिस ने बिना वजह इन व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। पुलिस को अगर उनके संगठन के किसी सदस्य पर कोई शक है तो वह खुद जांच के लिए उसको पेश करने के लिए आ सकते हैं। मगर इस तरह बिना वजह सत्कार कमेटी के सदस्यों को परेशान करना उचित नही है। आंतकवादी हमले की इनपुट होने के बावजूद बम विस्फोट का होना पंजाब पुलिस की विफलता का कारण है। चुनावों के आने के साथ ही ऐसी घटना का घटित होना प्रश्न चिन्ह लगने के समान है। ऐसा प्रतीत होता है यह घटनाएं राजनीति से प्रेरित है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने इस घटना को 1978 की घटना के साथ ना जोड़ने का जो ब्यान दिया है वो उचित है। क्योंकि इस समय सिख व निरंकारियों में किसी तरह का कोई झगड़ा नही है। शिष्टमंडल के नेताओं ने कहा कि आइजी ने उनको भरोसा दिया है कि किसी के साथ भी कोई धक्केशाही नही की जाएगी। इस मौके पर तरलोचन ¨सह सोहल, हर¨जदर ¨सह, बलवीर ¨सह व अन्य आदि मौजूद थे।