सामूहिक आत्महत्या प्रकरण में बैंक अधिकारी ने दर्ज कराई गवाही
अमृतसर साल 2004 में चौक मोनी इलाके में एक परिवार के पांच सदस्यों की तरफ से सामूहिक आत्महत्या के मामले में आज स्टेट बैंक आफ इंडिया के पूर्व एजीएम गुरनाम ¨सह ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश संदीप ¨सह बाजवा की कोर्ट में अपनी गवाही दर्ज करवाई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
साल 2004 में चौक मोनी इलाके में एक परिवार के पांच सदस्यों की तरफ से सामूहिक आत्महत्या के मामले में आज स्टेट बैंक आफ इंडिया के पूर्व एजीएम गुरनाम ¨सह ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश संदीप ¨सह बाजवा की कोर्ट में अपनी गवाही दर्ज करवाई है। उन्होंने मृतक हरदीप ¨सह के बैंक लॉकर की तलाशी कार्यकारी मजिस्ट्रेट जेपी सलवान की अगुआई में ली थी। वही, एडीजीपी जस¨वदर ¨सह के वकील ने उनकी हाजरी छूट की अर्जी कोर्ट में दायर की है। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। उल्लेखनीय है कि एडीजीपी जस¨वदर ¨सह पिछली 6 तारीखों से अदालत में पेश नहीं हो रहे। अभी कोर्ट में उनकी गवाही भी अधूरी है। गौर रहे साल 2004 में तत्कालीन एसएसपी व पूर्व डीआईजी कुलतार ¨सह परेशान होकर चौक मोनी निवासी हरदीप ¨सह, उसकी पत्नी रोमी, मां जसवंत कौर, बच्चे इमरत और सिमरत ने आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले परिवार ने घर की दीवारों पर सुसाइड नोट लिख दिया था। तत्कालीन कोतवाली के थाना प्रभारी वह वर्तमान में डीएसपी हरदेव ¨सह ने सुसाइड नोट को मिटाने का प्रयास किया था।