1984 की घटना कभी भी भुलाई नहीं जा सकती : ज्ञानी गुरबचन ¨सह
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी में सिख कौम के नाम श्री अकाल तख्त साहिब से संदेश जारी करते हुए ज्ञानी गुरबचन ¨सह ने कहा कि समय की केंद्र सरकार ने 1984 में श्री हरिमंदिर साहिब व श्री अकाल तख्त साहिब पर सैन्य कार्रवाई के दौरान तोपों, टैंकों से हमला किया था जिस में सैकड़ों लोग मारे गए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी में सिख कौम के नाम श्री अकाल तख्त साहिब से संदेश जारी करते हुए ज्ञानी गुरबचन ¨सह ने कहा कि समय की केंद्र सरकार ने 1984 में श्री हरिमंदिर साहिब व श्री अकाल तख्त साहिब पर सैन्य कार्रवाई के दौरान तोपों, टैंकों से हमला किया था जिस में सैकड़ों लोग मारे गए। यह कभी न भूल पाने वाली घटना है। इस घटना को कौम हर वर्ष याद करते हुए कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार में भारतीय सेना को छोड़ कर आने वाले सैनिकों और जोधपुर जेल में बंद सिखों के परिवारों का सरकार पुनर्वास करे। जिस तरह इंग्लैंड सरकार ने 1984 की घटना के दस्तावेज जारी किए, उसी तरह भारत सरकार भी इस घटना के दस्तावेज सार्वजनिक करे। ऑपरेशन ब्लू स्टार में जो सामान हरिमंदिर साहिब व सिख रेफ्रेंस लाइब्रेरी से उठाकर सेना ले गई थी उसे तुरंत वापिस दिया जाए। जरनैल ¨सह ¨भडरांवाला का रिवाल्वर और तीर भी भारत सरकार सिख कौम को वापिस करे। बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वाले दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करके सख्त सजाएं दी जाए। संगत अमृतपाण करे और कुरीतियों से बच कर रहे। सिख कौम उन शक्तियों से बच कर रहे जो सिख कौम के अंदर ग्रुपबाजी पैदा करती है। सिख एक अलग कौम थी और अलग कौम है।
इससे पूर्व श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय से ट्रिपल सुरक्षा घेरे में ज्ञानी गुरबचन ¨सह को श्री अकाल तख्त साहिब तक लेकर जाया गया। अकाल तख्त साहिब पर जरनैल ¨सह ¨भडरांवाला, अमरीक ¨सह, नछत्तर ¨सह पहलवान, सतवंत ¨सह अगवान आदि के परिवारिक सदस्यों को सम्मानित भी किया गया। अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत ¨सह मान अकाल तख्त साहिब के अंदर बैठक कर जत्थेदार का संदेश सुनते रहे। जत्थेदार का संदेश सुनने के बाद बाहर आकर मान और उनके समर्थकों ने खालिस्तान को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।