हादसे में मदद की बजाय डॉ. नवजोत कौर सिद्धू मौके से क्यों भागीं : जोशी
अमृतसर अकाली-भाजपा वर्करों ने सोमवार को जौड़ा फाटक रेल हादसे के बाद कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू व उनकी धर्म पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के पुतले जलाकर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
अकाली-भाजपा वर्करों ने सोमवार को जौड़ा फाटक रेल हादसे के बाद कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू व उनकी धर्म पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के पुतले जलाकर प्रदर्शन किया। पीड़ितों व अकाली-भाजपा के सैकड़ों वर्करों सहित पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी के साथ-साथ अकाली दल के शहरी प्रधान गुरप्रताप ¨सह टिक्का व अकाली नेता तलबीर ¨सह गिल प्रदर्शन में विशेष तौर पर शामिल हुए, जिन्होंने सिद्धू जोड़ी को कसूरवार ठहराते हुए हादसे के आरोपितों पर बायनेम केस दर्ज करने की मांग की। राम तलाई चौक से लेकर जोड़ा फाटक तक निकाले जाने वाले रोष मार्च को पुलिस द्वारा रोकने पर चौक से थोड़ी ही दूरी पर जाकर सिद्धू दंपती का पुतला जलाया। इस मौके पर यूथ अकाली दल के प्रधान रविकरण ¨सह काहलों, पूर्व विधायक मनजीत ¨सह मन्ना, पूर्व विधायक डॉ. दलबीर ¨सह वेरका, रणबीर ¨सह राणा, किरणप्रीत ¨सह मोनू, अजयबीर ¨सह रंधावा, दिलबाग ¨सह वडाली, भाई राम ¨सह, मेजर शिवी, गुरप्रीत रंधावा, मानव तनेजा, पार्षद दिलबाग आदि मौजूद थे।
एह की होया सिद्धू मोया के लगाए नारे
जोशी ने कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू को तुरंत मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के आरोपितों की सरेआम वीडियो वायरल हो रही है, उन पर मामला दर्ज करने की बजाय उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है, जिसमें कांग्रेस पार्टी को इसमें सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डॉ. नवजोत कौर सिद्धू बताएं कि जब हादसा हुआ था, तो वह हादसे के शिकार लोगों की मदद करने के बजाय मौके से भाग क्यों गई थी, जनता को सिर्फ वह सिर्फ इसका जवाब ही दे दें। प्रदर्शनकारियों द्वारा मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू को मंत्रीपद से बर्खास्त करके गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ मुआवजा व पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग भी उठाई। रोष मार्च में वी वांट जस्टिस, एह की होया सिद्धू मोया, नवजोत सिद्धू मुर्दाबाद व नवजोत सिद्धू हाय-हाय के नारे लगाकर अकाली-भाजपा महिला वर्करों ने खूब पिट सियापा किया।
हाईकोर्ट के मौजूदा जज करे मामले की जांच
जोशी, गिल व टिक्का ने कहा कि दशहरे में हुआ दर्दनाक हादसा न भूलने योग्य है और प्रभावित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए अकाली-भाजपा उनके साथ खड़ी है और कातिलों की गिरफ्तारी के लिए पीड़ितों की आवाज बनकर डटा रहेगा। रेल हादसे संबंधी पंजाब सरकार द्वारा घोषित मजिस्ट्रेट जांच को रद्द करके पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज से ज्यूडिशियल जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि पीड़ितों को इंसाफ मिल सके। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार भारतीय रेलवे को दोषी करार देते हुए सिद्धू दंपती को बचाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित लोगों की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा।