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बिना वेटनरी डॉक्टर के स्लाटर हाउस में कट रहे थे बकरे

4 मार्च को भी वैटेनरी डॉक्टर की गैर हाजिरी की वजह से हुआ था विवाद, ज्वाइंट कमिश्नर क

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 07:53 PM (IST)
बिना वेटनरी डॉक्टर के स्लाटर हाउस में कट रहे थे बकरे
बिना वेटनरी डॉक्टर के स्लाटर हाउस में कट रहे थे बकरे

4 मार्च को भी वैटेनरी डॉक्टर की गैर हाजिरी की वजह से हुआ था विवाद, ज्वाइंट कमिश्नर के आदेशों पर शुरू हुआ था काम विपिन कुमार राणा, रा¨जदर ¨सह, छेहर्टा: नॉनवेज के नाम पर शहरवासियों को कुछ गलत न परोसा जाए, इससे सुनिश्चित बनाने वाले ही अपनी ड्यूटी के प्रति गंभीर नहीं है। नगर निगम का गुमानपुरा स्थित स्लाटर हाउस है, जहां हर रोज सुबह शीप व गॉट की स्लाट¨रग होती है। नियमों की बात करे तो स्लाट¨रग के समय वेटनरी डॉक्टर का हाजिर रहना जरूरी है। लेकिन शुक्रवार सुबह जब दैनिक जागरण की टीम ने मौका-ए-मुआयना किया तो वेटनरी डॉक्टर ही वहां से गायब मिला। टीम के पहुंचने की भनक लगने के बाद वह 15 मिनट बाद मौके पर पहुंच गए।

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गुमानपुरा में निगम का स्लाटर हाउस है, जहां वेटनरी डॉक्टर की हाजिरी में स्लाट¨रग का काम शुरू होता है और यह 11 बजे तक चलता है। सुबह छह बजे स्लाटर हाउस शुरू होता है और उसके बाद बकरों की जांच व निगम की पर्ची काटने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। शुक्रवार सुबह भी ऐसा ही हुआ, लेकिन थोड़ा बहुत काम निपटाने के बाद ही वेटनरी डॉ. कुलजंत ¨सह वहां से चले गए और उसके बाद उनकी गैर हाजिरी में ही काम चलता रहा। नियमों के मुताबिक स्लाट¨रग के समय डॉक्टर का हाजिर रहना जरूरी है। डॉक्टर ने सुनिश्चित बनाना होता है कि जिस शीप या गॉट की स्लाट¨रग हो रही है वह बीमार, प्रेनेंट या फिर फुट एंड माउथ डिजीज से ग्रस्त तो नहीं है।

स्लाट¨रग को लेकर दो डाक्टर तैनात

स्लाटर हाउस में स्लाट¨रग को लेकर दो वेटनरी डॉक्टरों को तैनात किया गया है। इसमें 1 से लेकर 15 तारीख तक की ड्यूटी डॉ. कुलजंत ¨सह की रहती है, जबकि 15 से लेकर 30-31 तक ड्यूटी डॉ. दर्शन कश्यप देते है। शुक्रवार को डॉ. कुलजंत ¨सह की ड्यूटी थी।

200 से 225 नगों की क¨टग

स्लाटर हाउस में प्रतिदिन 200 से 225 नगों की क¨टग होती है। अगस्त माह के विभागीय आंकड़ों की बात करें तो 1 अगस्त से 15 तक 1640 नगों की कटाई हुई थी, जबकि 16 से 31 अगस्त तक 3066 नगों की स्लाट¨रग हुई थी।

4 मार्च को बिफर उठे थे दुकानदार

इसी साल 4 मार्च को भी डॉ. कुलजंत ¨सह की गैर हाजिरी की वजह से हालात विकट बन गए थे। वह सुबह स्लटा¨रग शुरू करवाकर चले गए थे और उनके जाने के बाद स्लाटर हाउस के बाहर गाड़ियों की लाइन लगी हुई थी। स्लाट¨रग के लिए पहुंचे दुकानदारों ने निगम मुलाजिमों को बाकी की स्लाट¨रग करने को कहा तो उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया। जिस पर उन्होंने इसकी शिकायत ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा से की। ज्वाइंट कमिश्नर तक मामला पहुंचने के बाद डॉक्टर कुलजंत ¨सह मौके

पर पहुंचे ओर दोबारा स्लाट¨रग शुरू हुई।

जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी : गिरि

डॉ. कुलजंत ¨सह की पहले भी शिकायत आ चुकी है। पूर्व में इन्हें बुलाया भी गया था, पर वह आए नहीं थे। इन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा और जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लोगों की सेहत के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा। नियमों के मुताबिक स्लाट¨रग के समय वेटनरी डाक्टर का हाजिर रहना जरूरी है और यह हाजिरी यकीनी बनाई जाएगी। जल्द ही वह खुद स्लाटर हाउस की चे¨कग करेगी।

सोनाली गिरि, कमिश्नर

एमरजेंसी के चलते पशु अस्पताल गया था : डॉ. कुलजंत

पशु पालन विभाग मेरा पेरेंट डिपार्टमेंट है और उसका बसरके गिल्ला में पशु अस्पताल है। वहां एमरजेंसी आ गई थी, जिसकी वजह से मैं यहां काम शुरू करवाकर गया था। सुबह मैं हाजिरी लगाकर सभी पशुओं की जांच करके वहां गया था । एक-एक पशु की चे¨कग की गई है। आपकी गैर हाजिर में कोई वहां होता है, पर उन्होंने कहा कि क्लर्क ही रहता है और कोई नहीं होता।

डॉ. कुलजंत ¨सह, वेटनरी डॉक्टर स्लाटर हाउस।


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