#MeTooः मार्कफेड डीएम छुट्टी मांगने पर करता था अश्लील हरकतें, समन के बावजूद नहीं हुआ पेश
मार्कफेड के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (डीएम) कुलदीप सिंह मीटू मामले में घिर गए हैं। महिला सहकर्मियों ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अमृतसर [नवीन राजपूत]। मार्कफेड के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (डीएम) कुलदीप सिंह मीटू मामले में घिर गए हैं। महिला सहकर्मियों ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डीएम महिला कर्मचारियों को छुट्टी देने के लिए भी उनका यौनशोषण करता था। महिला कर्मचारियों की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें समन किया था, लेकिन वह पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए पेश नहीं हुए। बताया जा रहा है कि पुलिस उन्हें दूसरा समन भेजने की तैयारी कर रही है।
एडीसीपी लखबीर सिंह ने बताया कि मार्कफेड के डीएम अभी तक स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) के समक्ष पेश नहीं हुए हैं। पुलिस अब उन्हें दूसरा समन भेजेगी। समान्य तौर पर किसी व्यक्ति को तीन समन भेजे जाते हैं। इसके बाद भी वह पेश होकर अपना पक्ष नहीं रखते तो एफआइआर दर्ज करने का प्रावधान है।
बता दें, पीड़ित पक्ष की तरफ से मी टू मामले में अपने बयान दर्ज करवाए जा चुके हैं। यही नहीं, डीएम की प्रताड़ना की शिकार हुई अन्य पांच महिलाएं भी सीनियर असिस्टेंट (पीड़ित महिला) के साथ मिलकर पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी के दरबार में पेश होकर न्याय की गुहार लगा चुकी हैं। इस पर मनीषा गुलाटी ने पुलिस को आदेश दिए थे कि मामले की जल्द से जल्द जांच के बाद केस दर्ज किया जाए। इस मामले में स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम अब तक 14 से ज्यादा लोगों के बयान कलमबद्ध कर चुकी है।
एसीआर खराब करने और ट्रांसफर की धमकी देने के लगे थे आरोप
पीड़ित लड़कियों ने पंजाब महिला आयोग के समक्ष पेश होकर मार्कफेड के डीएम कुलदीप सिंह पर आरोप लगाए थे कि वह पहले भी उन्हें परेशान कर चुका है। लड़कियों की तरफ से जब विरोध किया जाता था तो उन्हें धमकाया जाता था कि वह (डीएम) उनकी एसीआर खराब कर देगा और उन्हें किसी अन्य जिले में ट्रांसफर कर देगा।
यह है मामला
मामला तब सामने आया जब मार्कफेड में तैनात सीनियर असिस्टेंट ने डीएम कुलदीप सिंह पर कुछ दिन पहले यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। जब मार्कफेड की एमडी वरुण रूजम के पास मामला पहुंचा तो पहले उन्होंने डीएम का तबादला जालंधर कर दिया, लेकिन बाद में केस की गंभीरता को देखते हुए उसे सस्पेंड कर दिया गया। उधर, मार्कफेड की तरफ से बनाई गई कमेटी ने भी मामले में जांच पूरी कर ली है। आने वाले दिनों में कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट एसआइटी को सौंप देगी।