कई साल गवाएं, लाखों खर्चे, सरकार के रोजगार मेले को फ्लॉप बता लौटे पढ़े लिखे बेरोजगार
अमृतसर : ¨जदगी का लंबा अर्सा पंजाब के विभिन्न इंजीनिय¨रग कॉलेजों में लाखों रुपये खर्च कर पढ़ाई करने के बाद हजारों युवा पंजाब सरकार के घर-घर नौकरी के वादे के तहत सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में लगाए रोजगार मेले में अपनी मंजिल तलाशने पहुंचे।
र¨वदर शर्मा, अमृतसर
¨जदगी का लंबा अर्सा पंजाब के विभिन्न इंजीनिय¨रग कॉलेजों में लाखों रुपये खर्च कर पढ़ाई करने के बाद हजारों युवा पंजाब सरकार के घर-घर नौकरी के वादे के तहत सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में लगाए रोजगार मेले में अपनी मंजिल तलाशने पहुंचे।
सरकारी पॉलिटेक्निक कालेज में शुक्रवार को आयोजित रोजगार मेले में जिले के विभिन्न हिस्सों से युवा सुबह 6 बजे से ही पहुंचने शुरू हो गए
थे। रोजगार मेले में पहुंचने वाले युवाओं में खासा उत्साह था मगर पद और वेतन जान कर ज्यादातर युवा कैप्टन सरकार को कोसते हुए वापस लौट गए। यहां पहुंचने वाले युवाओं में से 10 से 15 फीसदी बेरोजगारों को ही नौकरी मिल पाई और वह भी 8 से 10 हजार रुपये के बीच। हालांकि कुछ ने तो मजबूरी में इसे ही अपनी ¨जदगी स्वीकार कर लिया मगर ज्यादातर बीटेक युवा इंटरव्यू बीच में ही छोड़ कर चले गए।
अंडर ग्रेजुएट के लिए ही हैं ऐसे मेले
रोजगार मेले में पहुंचे पोस्ट ग्रेजुएट और बीटेक बेरोजगार युवाओं ने बताया कि इस तरह के मेलों में 8वीं से लेकर 12वीं पास लोगों के लिए ही नौकरी के अवसर रहते हैं। इंजीनिय¨रग या अन्य विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त लोगों के लिए इन मेलों का कोई मतलब नहीं रहता। क्योंकि ¨जदगी के महत्वपूर्ण चार साल और परिजनों के लाखों रुपये खर्च कर डिग्री लेने के बाद भी पंजाब में उनके लिए कोई अवसर नहीं।
उच्च शिक्षा वाले युवाओं का मजाक उड़ा रही है प्रदेश सरकार
रोजगार मेले में हिस्सा लिए बिना लौटने वाले युवाओं ने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार इस तरह के रोजगार मेले लगा कर राज्य के पढ़े-लिखे लोगों का मजाक उड़ा रही है। यही कारण है कि पंजाब का शिक्षित यूथ विदेशों का रुख कर रहा है। युवाओं ने कहा कि मेले में पहुंचने वालों के लिए न तो अच्छे से पानी या खाने की व्यवस्था थी।
दस हजार रुपये बहुत अच्छा वेतन है : सोनी
रोजगार मेले का उद्घाटन करने पहुंचे पंजाब के शिक्षा मंत्री ओपी सोनी से बीटेक और पोस्ट ग्रेजुएट बेरोजगारों के रोजगार मेले से निरुत्साहित होने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हर किसी को उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जा रही है। रोजगार मेलों में अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल होकर अपने लिए कर्मचारियों का चयन कर रही हैं। आज के जमाने में 10 हजार रुपये बहुत अच्छा वेतन है। जिसे जो मिले, उसे स्वीकार कर लेना चाहिए।