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जिला प्रशासन बच्चों को पढ़ाएगा खेलने-कूदने का पाठ

अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब.. अब यह जुमला

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 07:48 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 07:48 PM (IST)
जिला प्रशासन बच्चों को पढ़ाएगा खेलने-कूदने का पाठ
जिला प्रशासन बच्चों को पढ़ाएगा खेलने-कूदने का पाठ

अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर

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पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब.. अब यह जुमला बदल गया है। जी हां, सरकार की मानें तो पढ़ने लिखने से विद्यार्थी नवाब तो जरूर बनेगा पर खेलने कूदने से बच्चा मानसिक व शारीरिक रूप से तंदुरुस्त होगा। तंदुरुस्त पंजाब मुहिम के तहत विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साथ जिला प्रशासन द्वारा दी जाने वाली मुफ्त खेल किटों के साथ मैदान में पसीना बहाएंगे। खेल किटें विद्यार्थियों के खेल हुनर को निखारने में अपना अहम योगदान देंगी। वही बच्चों को यह नशे व अन्य बुरी आदतों से भी दूर रखने में सहायक साबित होगी।

जिलाधीश कमलदीप ¨सह संघा की अध्यक्षता में बुधवार को माल रोड सरकारी कन्या सीसे स्कूल में समूह ¨प्रसिपलों की बैठक का आयोजन किया जा रहा है। यह बैठक तंदरुस्त पंजाब मुहिम के तहत आयोजित होगी। इस बैठक में बच्चों को नशे के खिलाफ एकजुट होने का पाठ पढ़ाने के लिए ¨प्रसिपलों को तैयार किया जाएगा। डीसी संघा इस अभियान की कमान को संभालेंगे। वह ¨प्रसिपलों से आह्वान करेंगे कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को नशे के खिलाफ एक हथियार के रूप में प्रयोग करें और बच्चों को नशे के बुरे दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाएं। बच्चों से यह भी कहा जाएगा कि वह अपने आसपास भी रहने वाले लोगों को नशे के खिलाफ पाठ पढ़ाएं। नशे के समूल नाश में अपना योगदान दे।

बैठक में तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अधीन सरकारी स्कूलों में बच्चों को नशों से दूर करने के प्रयास के तहत उनको खेलों की ओर लगाने पर चर्चा की जाएगी। जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा विभाग की तरफ से 40 सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है जिनके ¨प्रसिपलों को विशेष तौर पर मी¨टग में बुलाया गया है,उन ¨प्रसिपलों को स्कूल के छात्रों को खेलों के प्रति ध्यान देने के लिए 40 क्रिकेट की किटें वितरित की जाएंगी। इस मी¨टग में मुख्य एजेंडा बच्चों खास तौर पर 10वी से 12वीं क्लास के बच्चों को नशे से दूर रखना होगा।

एक भी सरकारी स्कूल में क्रिकेट मैदान नहीं

जिला प्रशासन की ओर से दी जाने वाली चालीस क्रिकेट किटों का प्रयोग बच्चे कहां करेंगे। किसी भी सरकारी स्कूल में एक भी क्रिकेट मैदान नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि यह क्रिकेट किटें बच्चों के लिए कितनी लाभदायक साबित होंगी। सार्वजनिक जगह पर भी गिने चुने मैदान हैं। स्कूली किट का प्रयोग केवल स्कूल टाइम पर ही बच्चा कर पाएगा। स्कूल में मैदान न होने पर यह किटें कारगर साबित नहीं होगी।

डाइट वेरका में ईटीटी परीक्षार्थियों की हुई परीक्षा

डाइट वेरका में ईंटीटी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। मंगलवार को गणित विषय का पेपर था। जिसमें 105 छात्रों ने पेपर देना था। उनमें चार गैर हाजिर व 101 विद्यार्थी उपस्थित हुए। इस बात की जानकारी डीईओ एलीमेंट्री शिशुपाल कौशल ने दी।


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