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आरक्षण के खिलाफ उतरे जीएनडीयू के नान टी¨चग कर्मी

अमृतसर जरनल श्रेणी व ओबीसी की ओर से दिए गए भारत बंद के अह्वान पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय नान टी¨चग एसोसिएशन ने समर्थन करके हुए काम का बहिष्कार करके रोष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 09:31 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 01:04 AM (IST)
आरक्षण के खिलाफ उतरे जीएनडीयू के नान टी¨चग कर्मी
आरक्षण के खिलाफ उतरे जीएनडीयू के नान टी¨चग कर्मी

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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जरनल श्रेणी व ओबीसी की ओर से दिए गए भारत बंद के अह्वान पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय नान टी¨चग एसोसिएशन ने समर्थन करके हुए काम का बहिष्कार करके रोष प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय के नान टी¨चग कर्मचारियों ने काम ठप्प कर जीएनडीयू गेट के बाहर रोष रैली की।

नान टी¨चग एसोसिएशन के नेताओं बलवीर ¨सह गरजा और हरदीप ¨सह नागरा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ एसी और एससी श्रेणी को प्रमोशन देने का जो नियम लागू किया है इस को देश के लोग किसी भी कीमत पर स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब गरीबी जाति देख कर नहीं आती तो फिर आरक्षण का आधार जातिगत क्यों रखा गया है। इस दौरान बडी संख्या में महिला कर्मचारियों ने भी रोष प्रदर्शन में हिसा लिया।

जाति नहीं, आर्थिक हो आरक्षण का आधार : एनपीएफ

नेशनल पीपल्स फ्रंट की पंजाब प्रदेश कार्यकारिणी कमेटी ने भी जाति आधारित आरक्षण को लागू करने की सख्त शब्दों में ¨नदा की है। एनपीएफ के नेताओं गगनदीप भाटिया और राज¨वदर राजा ने कहा कि सत्ताधारी पार्टियां अपनी कुर्सी को बचाने के लिए आरक्षण को हर बार बढ़ा देती हैं। एनपीएफ इस के खिलाफ आवाज को बुलंद करता रहेगा। पार्टी की मांग है कि आरक्षण का आधार आर्थिकता होनी चाहिए न कि जाति।


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