क्वींस रोड पर ट्रैफिक पुलिस को मुंह चिढ़ा रहे फूड प्वाइंट्स
क्वींस रोड से भंडारी पुल तक पहुंचने में लगता है डेढ़ मिनट, जाम में लगे 28 मिनट, आधा दर्जन से ज्यादा फूड प्वाइंट्स के मालिकों ने फुटपाथ पर कर रखा है कब्जा, लोग सड़क पर कारें पार्क कर खाते हैं खाना,फोटो नंबर - 25 से 31ए
नवीन राजपूत, अमृतसर
किसी शहर, राज्य या फिर देश की खुशहाली का राज वहां के नागरिक होते हैं। पढ़े-लिखे और सकारात्मक सोच रखने वाले लोग ही देश को उन्नति के शिखर पर ले जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसे अपने शहर में प्रत्येक सुख-सुविधा मिले। लेकिन यह तभी संभव है, जब हम अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों को समझें। जी हां, हम बात कर रहे हैं महानगर की सड़कों पर लगने वाले भयंकर जाम से कैसे निपटा जाए। कार के जरिए क्वींस रोड से भंडारी पुल तक पहुंचने का समय मात्र एक से डेढ़ मिनट के बीच है, लेकिन जब यह सफर किसी को 28 मिनट में तय करना पड़े तो वह सरकार और प्रशासन को कोसेगा ही। अगर लोगों के सहयोग से ट्रैफिक पुलिस जाम हटाने की ठान ले तो फिर उसे कोई नहीं रोक सकता।
क्वींस रोड से भंडारी पुल तक पहुंचने में दिन के समय कई बार लंबे जाम लगते हैं। वहां जाम में फंसे लोगों ने बताया कि आधा दर्जन से ज्यादा फूड प्वाइंट्स जाम का कारण हैं। उक्त सड़क पर फूड प्वाइंट्स के मालिकों ने फुटपाथों पर अपने तंदूर लगा रखे हैं। फुटपाथ पर ही बैठने के लिए टेबल और कुर्सियां तक दूर तर फैला रखी हैं। यही नहीं लोग कारों को सड़क पर खड़ाकर उसी के अंदर बैठकर परिवार सहित खाना खाते हैं। इन हालातों में लंबे जाम लगना तय है। लोगों ने ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम से गुहार लगाई है कि उक्त स्थानों पर अवैध कब्जे करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर शहर को जाम मुक्त किया जाए। नेताओं तक पहुंच रखते हैं फूड प्वाइंट्स के मालिक
मौके पर मौजूद एक पुलिस कर्मी से उक्त समस्या के हल को लेकर बात की गई तो उसने बताया कि फूड प्वाइंट्स मालिकों की पहुंच सत्ताधारी नेताओं तक है। वह कई बार अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान चलाने का प्रयास करते हैं। लेकिन किसी ना किसी नेता का उनके अधिकारियों को फोन करवा दिया जाता है। इसके बाद उनका शहर को जाम मुक्त करने का अभियान रुक जाता है।
नैतिकता से काम करें नेता तो जन्नत बन जाए शहर : करण बराड़
चंडीगढ़ निवासी करण बराड़ ने बताया कि क्रिस्टल चौक पार करने में उन्हें आज कार के जरिए 22 मिनट लगे हैं। सड़कों और फुटपाथों पर अतिक्रमण के पीछे नेताओं का हाथ रहता है। वोट बैंक की खातिर वह आम जनता को परेशान करते हैं। नेताओं को चाहिए कि गुरु नगरी को जाम मुक्त कराने के लिए स्वार्थ मुक्त राजनीति करें। शहर जन्नत बन जाएगा। अतिक्रमण करने वालों पर हो सख्त कार्रवाई: हरदीप ¨सह
रानी का बाग निवासी कारोबारी हरदीप ¨सह ने बताया कि शाम के समय क्वींस रोड से क्रिस्टल तक जाना काफी कठिन होता है। जाम का मुख्य कारण फूड प्वाइंट्स हैं। ट्रैफिक पुलिस और निगम इन पर कठोर कार्रवाई करें तो जाम से मुक्ति मिल सकती है। फूड प्वाइंट्स वालों को भी चाहिए कि कारोबार करें, लेकिन सड़कों पर जाम के हालात पैदा ना करें। रोजाना बनते हैं यही हालात : रजनी जोशी
मजीठा रोड निवासी रजनी जोशी ने बताया कि क्रिस्टल चौक पर रोजाना यही हालात होते हैं। होटलों वालों ने अपने फूड प्वाइंट्स फुटपाथ पर लगाए हैं। सब कुछ होते हुए उन्होंने फुटपाथों और सड़कों पर कब्जा कर रखा है। जाम से निपटने के लिए उक्त अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जल्द अतिक्रमण से निपटेगी पुलिस : एसीपी
एसीपी ट्रैफिक प्रभजोत ¨सह विर्क ने बताया कि महानगर को ट्रैफिक जाम से मुक्त करवाने के आने वाले दिनों में अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए पुलिस के बड़े अफसर, निगम के अफसर और नेताओं के साथ बैठक की जाएगी।
सड़क-फुटपाथ पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी
नगर निगम के एस्टेट ऑफिसर सुशांत भाटिया ने कहा कि सड़क और फुटपाथ पर कब्जा करने वाले फूड प्वाइंट्स के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन फूड प्वाइंट्स वालों की पहले भी शिकायतें आ चुकी हैं। वह उच्चाधिकारियों से प्लानिंग कर रहे हैं, जल्द एक्शन होगा।