शिक्षा मंत्री ने की कत्थूनंगल के सरकारी स्कूलों की चेकिंग
अमृतसर शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के आक्रामक कार्यप्रणाली के बाद अब शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने भी सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के समकक्ष खड़ा करने के लिए ग्राउंड स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।
अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर
शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के आक्रामक कार्यप्रणाली के बाद अब शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने भी सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के समकक्ष खड़ा करने के लिए ग्राउंड स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके मद्देनजर ही मंत्री सोनी ने मंगलवार को बिना किसी पूर्व सूचना के सरकारी स्कूल कत्थूनंगल के सेकेंडरी व प्राइमरी में आकस्मिक चे¨कग कर सभी को चौंका दिया। मंत्री को बिना किसी सूचना के अपने स्कूल में उपस्थित देख कर अध्यापकों व स्कूल मुखी के हाथ-पांव सुन्न हो गए। सोनी ने जहां शिक्षा के स्तर को खंगाला वही निर्माणाधीन कमरे के घटिया मटीरियल को भी आडे़ हाथों लिया। स्टाफ को नसीहत दी कि वह घटिया मटीरियल का प्रयोग निर्माण में न करे।
शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने अपने गृह जिले से सरकारी स्कूलों के सरप्राइज विजिट करने का अभियान छेड़ दिया है। सरकारी सीसे स्कूल कत्थूनंगल के परिसर की जमीन पर बैठ कर परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को देख कर मंत्री सोनी ने स्कूली स्टाफ को खरी-खोटी सुनाई। तुरंत विद्यार्थियों को कमरे में बेंचों पर बिठा कर काम करवाने की हिदायत की। इस दौरान सरकारी प्राइमरी स्कूल की नई बन रही इमारत में घटिया मटीरियल प्रयोग करने का कड़ा नोटिस लिया। संबंधित ठेकेदार की अदायगी रोकने पर अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए।
जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री ओपी सोनी द्वारा की जाने वाली आकस्मिक चे¨कग के बारे किसी को भी जानकारी नहीं थी। मंत्री ने कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों को पढ़ाई संबंधी आ रही परेशानियों संबंधी सवाल जवाब किए। स्कूल में इस दौरान 25 से में तीन अध्यापक अवकाश पर थे। शेष स्टाफ डयूटी पर मौजूद था।
मंत्री सोनी ने प्राइमरी स्कूल की नई बन रही इमारत का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने देखा कि इमारत में घटिया दर्जे का मटीरियल बरता जा रहा था। मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को इस संबंधी जांच पड़ताल की। संबंधित ठेकेदार की पेमेंट रोकने की हिदायत की। मंत्री सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। सरकार की ओर से अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए नए अध्यापक भर्ती किए जा रहे है। सरकारी योजनाओं का लाभ निम्न स्तर तक विद्यार्थियों को दिलाने के लिए अधिकारियों को जवाबदेह किया जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्राइवेट स्कूलों के बराबर की होगी। मंत्री सोनी ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अब सरकारी स्कूलों की उनकी ओर से आकस्मिक चे¨कग की जाती रहेगी। जहां भी कही कमी मिलेगी तो संबंधित स्कूल मुखी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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ओम प्रकाश सोनी कंप्यूटर रूम में गए जहां बच्चे कंप्यूटर कक्षा में बैठे हुए थे। वहां पर उन्होंने गहनता से बच्चों द्वारा कंप्यूटर के संचालन पर नजर रखी। इसके बाद उन्होंने स्कूलों में अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। मिड डे मील के बारे में भी जानकारी ली। अखिलेश