धर्मगुरु नई पीढ़ी को धार्मिक प्रवृति के साथ जोड़ें : प्रो. लक्ष्मीकांता
अमृतसर पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि देश की जनता यह जानना चाहती है कि जब भगवान श्रीकृष्ण और उनकी लीलाओं का चित्रण, मंचन करने के नाम पर कुछ भी उल्टा-सीधा लिखा या दिखाया जाता है तब हमारे धर्मगुरु श्रीमद्भागवत के विद्वान और हमारे शंकराचार्य खामोश क्यों रहते हैं।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि देश की जनता यह जानना चाहती है कि जब भगवान श्रीकृष्ण और उनकी लीलाओं का चित्रण, मंचन करने के नाम पर कुछ भी उल्टा-सीधा लिखा या दिखाया जाता है तब हमारे धर्मगुरु श्रीमद्भागवत के विद्वान और हमारे शंकराचार्य खामोश क्यों रहते हैं। समाज को दिशा दें जो दिखाया सुनाया, विशेषकर एक टीवी चैनल पर नाटक के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है क्या उससे समाज, नई पीढ़ी दिग्भ्रमित नहीं होगी। जगद्गुरु भारत को रास्ता क्यों न दिखाते।